दिल्ली: आज से शुरू हो रहे मानसून सत्र में भारी हंगामे के आसार हैं। मॉब लिंचिंग पर आये सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पेट्रोल - डीज़ल की बढ़ती कीमतों विपक्ष मोदी सरकार को घेरने की तैयारी के साथ संसद में पहुंचा है। 10 अगस्त तक चलने वाले मानसून सत्र से प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, कि देश की महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा होनी ज़रूरी है। पीएम ने उम्मीद ज़ाहिर की है कि सभी दल सदन का वक़्त देश के महत्वपूर्ण कामो पर चर्चा के लिए करेगें।
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प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी संसद सत्र शुरू होने से पहले मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने ने कहा कि सदन को शक्ति तभी मिलेगी जब व्यापक चर्चा होगी इस से देश को भी लाभ होगा। पीएम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है की सदन में सभी दलों का सहयोग मिलेगा। पीएम ने कहा कि कोई भी साँसद किसी भी विषय पर चर्चा कर सकता है। इस बीच पीएम ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वरिष्ठ नेता अनन्त कुमार के अलावा कई वरिष्ठ मंत्रियों के साथ मानसून सत्र पर चर्चा की है।
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मानसून सत्र में शामिल होने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज समेत सभी वरिष्ठ मंत्री संसद में पहुँच चुके हैं। सदन की कार्रवाई शुरू होते ही सदन में हँगामा भी शुरू हो गया है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मॉब लिंचिंग मामले पर केंद्र और राज्य सरकारों को फटकार लगाईं है। जिस के बाद विपक्ष मॉब लिंचिंग का समर्थन करने वाले मंत्रियों के इस्तीफे की मांग कर रहा है। उधर विपक्ष मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की तैयारी में हैं।