ब्रिक्स सम्मेलन में बोले मोदी, कहा- हमारे पड़ोस में है आतंकवाद की जन्मभूमि
�
गोवाः ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे पड़ोस में आतंकवाद की जन्मभूमि है। वह आतंकवादियों को पनाह देने के साथ ही साथ आतंकी सोच को भी बढ़ावा देता है। सभी ब्रिक्स देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए आपसी सहयोग बढ़ाएं। आतंकियों और आतंक का साथ देने वालों को सजा मिलनी चाहिए। उन्हें इनाम नहीं देना चाहिए।
बिम्सटेक नेताओं ने थाईलैंड के राजा की स्मृति में एक मिनट का मौन धारण कर श्रद्धाजंलि दी। आउटरीच शिखर सम्मेलन से पहले पीएम मोदी और बिम्सटेक नेता बिम्सटेक बंधन के नवीकरण के लिए इकट्ठा हुए। पीएम मोदी और बिम्सटेक नेताओं की गोवा में दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के बारे में सोचने और नए तरीके निकलने के लिए एक विशेष बैठक हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा- मैं इस सफल 8वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को सुनिश्चित करने में मेरे साथी नेताओं का उनकी सहायता के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। बिम्सटेक एक मुख्य आकर्षण होगा। यह आउटरीच की संभावनाओं के लिए एक अनूठा अवसर होगा। हम पी 2 पी संपर्कों के लिए आयोजन कर रहे हैं। हमारे देशों में जनसांख्यिकी के लिए महत्वपूर्ण हैं।
ब्रिक्स के प्रेस बयान में पीएम मोदी ने कहा- हमारे विचार विमर्श, विस्तृत ठोस और उत्पादक थे। तेजी से बढ़ते कमर्शियल व्यापार समुदायों के सबसे मजबूत समर्थक हैं। उनके जहाज हमारे समाज में धन मूल्य बनाएं। ब्रिक्स में सुदृढ़ीकरण संस्थागत कृषि अनुसंधान पर सहमति पत्रों पर व्यवस्थाएं, राजनयिक अकादमियों और कस्टम कूपन के नियमों पर हस्ताक्षर किए।
-पूर्ण अधिवेशन में पीएम ने कहा कि आतंकवाद से मुकाबला ब्रिक्स की प्रथमिकता होनी चाहिए।
-जो सीमा पार से आतंकवाद और उसके समर्थकों के लिए एक कड़ी चुनौती साबित हो।
-चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि ब्रिक्स देशों को पार्टनरशिप बढ़ाने की जरूरत है।
-साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति जेकब जुमा ने कहा- चुनौतियों से निपटने के लिए आपसी सहयोग की जरूरत है।
आगे की स्लाइड में पढें और क्या बोले पीएम मोदी...
-पीएम मोदी ने कहा- ब्रिक्स एग्रीकल्चर रिसर्च सेंटर के लिए तेजी से काम होना चाहिए।
-संपन्न लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान ब्रिक्स के जीवन में शामिल होना चाहिए।
-आतंकवाद हमारे विकास और आर्थिक समृद्धि पर एक लंबी छाया डाले हुए है।
-हमारे समाज को सुरक्षित करने के लिए आतंकवाद का मुकाबला करने की आवश्यकता हैं।
-हमें हमारी आर्थिक परिवर्तनों की प्रमुख प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
-हमें अपने आप को 2020 तक पांच सौ बिलियन अमरीकी डॉलर से दुगुना करने के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।
-ब्रिक्स के बीच में क्वांटम और व्यापार और निवेश संबंधों की गुणवत्ता को बदलने की आवश्यकता है।
-पीएम मोदी ने ब्रिक्स में सकारात्मक दिशा और मजबूत गति के लिए अपने विचारों की रूपरेखा बताई।
-उन्होंने कहा- ब्रिक्स में पहले संस्था निर्माण की प्रक्रिया को एक फोकस क्षेत्र में रहने के लिए जारी करना चाहिए।
�
-नेताओं के लिए एक विशेष ब्रीफिंग में विकास बैंक के नए प्रमुख के वी कामत ने बैंक के 1 साल के अनुभव को साझा किया।
-पीएम मोदी ने कहा-क्लीन ग्रीन एनर्जी हमारी प्राथमिकता है। इस मामले में ब्रिक्स देशों का सहयोग अहम है।
-ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल पर पीएम ने कहा हमें एक साथ काम करके अपने साझे लक्ष्य को प्राप्त करना हैं।
-उन्होंने कहा- विकास और पर्यावरण में सामंजस्य के लिए भारत ने पेरिस जलवायु समझौता किया।
-पीएम मोदी ने कहा हमने व्यापार की दिक्कतें दूर की हैं।
ब्रिक्स सम्मेलन के दूसरे दिन गोवा में श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना और भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे से नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
ब्रिक्स सम्मेलन साउथ गोवा के बेनाउलिम गांव में शनिवार से शुरू हुआ। इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। दो दिन तक चलने वाले इस ब्रिक्स सम्मेलन में पीएम मोदी समेत 11 देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए हैं।
शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग से मिले थे। दोनों देशों के नेताओं के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर अहम बातचीत हुई। पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया कि जिनपिंग के साथ मीटिंग सार्थक रही। बताया जा रहा है कि जिनपिंग से मुलाकात में मोदी ने मसूद अजहर और एनएसजी सदस्यता का मुद्दा उठाया।
आतंकवाद महत्वपूर्ण मुद्दा
-विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप के मुताबिक भारत और चीन दोनों ने आतंकवाद को एक महत्वपूर्ण मुद्दा माना है।
-पीएम मोदी ने कहा कि आज कोई भी देश आतंकवाद के खतरे से बचा नहीं है।
-वहीं चीन के प्रेसिडेंट ने कहा कि भारत और चीन को आतंकवाद रोधी कदमों को और मजबूत करना होगा।
-चीन के साथ एनएसजी के मुद्दे पर भी बातचीत हुई।
-आतंकी मसूद अजहर के मसले पर विकास स्वरूप ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रहेगी।