मोदी ने तोड़ी सीमाएं, 'दोस्त' ने कहा- जय हिंद! जय भारत! जय इजरायल

Update:2018-01-17 15:40 IST
मोदी ने तोड़ी सीमाएं, 'दोस्त' ने कहा- जय हिंद! जय भारत! जय इजरायल

अहमदाबाद: इजरायल से आए 'दोस्त' पीएम बेंजामिन नेतन्‍याहू के स्वागत में आज (17 जनवरी) पीएम नरेंद्र मोदी ने सारी सीमाएं तोड़ दीं। वह प्रोटोकाल तोड़ दिए जो उन्हें अपने मित्र के स्वागत से रोक रहे थे। नेतन्याहू ने भी गुजरात में हर लम्हे का आनंद लिया।

धोलेरा गांव में आइक्रिएट सेंटर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर नेतन्‍याहू ने उद्योगपतियों को संबोधित किया। आखिर में उन्‍होंने 'जय हिंद! जय भारत! के साथ जय इजरायल' कहा। साथ ही पीएम मोदी को धन्‍यवाद अदा किया। आइक्रिएट के नॉलेज पार्टनर इजरायल, अमेरिका और कनाडा हैं। यह निजी सार्वजनिक भागीदारी से बना है।

साबरमती आश्रम में चलाया चरखा

इसके पहले नेतन्याहू साबरमती आश्रम गए और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। आश्रम से निकलने के पहले यहां विजिटर बुक में नेतन्‍याहू ने संदेश भी लिखा। अपने संदेश में उन्‍होंने नमन करते हुए महात्‍मा गांधी को मानवता का संत बताया। साबरमती आश्रम में इजरायल के पीएम ने चरखा चलाया और आश्रम का भ्रमण किया।

पतंगबाजी का भी लिया आनंद

कोई अंतरराष्ट्रीय हस्ती गुजरात आए और पतंगबाजी का आनंद न ले। तो गुजरात आना समझो बेकार हुआ। नेतन्याहू और उनकी पत्नी ने पतंगबाजी का भी आनंद लिया

अभूतपूर्व रोड शो

इससे पहले अहमदाबाद में बहुप्रतीक्षित रोड शो में वह शामिल हुए। दोनो नेता आठ किलोमीटर लंबे इस रोड शो में फूलों से लदे एक खुले वाहन पर सवार पर सवार होकर आए। सड़क के दोनो ओर हजारों लोगों के समूह ने दोनो नेताओं का स्वागत किया। कम से कम पचास जगह मंच बनाकर उन पर कलाकारों ने नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद दोनों नेताओं ने करीब सौ किलोमीटर की दूरी पर साबरकांठा में बने कृषि दक्षता केन्द्र का दौरा करेंगे।

मोदी को देंगे खास तोहफा

कच्छ के रण से करीब दस किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ों के बीच एक गांव में इजरायली पीएम दोस्त मोदी को एक खास तोहफा देंगे। यह तोहफा 72 लाख की जीप के रूप में होगा जो कि समुंदर का पानी भी फिल्टर करती है। मोदी ने पिछले साल इजरायल दौरे के वक्त इस जीप से साफ किए गए समुद्री पानी को पीकर देखा था। मोदी जब पिछले साल जुलाई में इजरायलदौरे पर गए थे तो नेतन्याहू के साथ राजधानी तेल अवीव से हाइफा जाते वक्त ओल्गा समुद्र तट पर रुके थे। वहां उन्होंने गेल-मोबाइल वाटर डिसेलिनेशन एंड प्यूरिफिकेशन जीप देखी थी। उन्होंने इस जीप से समुद्र तट का भ्रमण भी किया था। इस दौरान खुद नेतन्याहू जीप चला रहे थे। मोदी ने इस जीप की खूबी को देखने के बाद कहा था, 'यह वाहन खासतौर पर प्राकृतिक आपदा के समय पानी की कमी से जूझ रहे लोगों को पेयजल मुहैया करा सकता है।'

क्या है इस जीप की खासियत?

इससे समुद्र के खारे पानी को फिल्टर करके पीने लायक बनाया जाता है। इसकी कीमत 3.90 लाख शेकेल्स (करीब 72 लाख रुपए) बताई गई है। बाढ़ और भूकंप के दौरान भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। दूर-दराज के इलाकों और मिलिट्री ऑपरेशंस के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। ये सिस्टम हर दिन समुद्र के 20 हजार लीटर पानी को पीने लायक बना सकता है। एक दिन में 80 हजार लीटर खारा, गंदा या दूषित पानी साफ कर सकती है। इसका वजन 1540 किग्रा है और स्पीड 90 किमी प्रति घंटा है। यह किसी भी मौसम में कहीं भी पहुंच सकती है। यह पानी के किसी भी सोर्स (जैसे, नदी, तालाब, समुद्र, कुआं) से कनेक्ट हो जाती है। इस जीप में दो लोग बैठ सकते हैं।

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