नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट 'विवाद' पर पहली बार अपनी टिप्पणी देते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा, कि 'सरकार और राजनीतिक पार्टियों को निश्चय ही इससे दूर रहना चाहिए। उन्होंने भरोसा जताया कि न्यायपालिका अपनी समस्याओं का समाधान निकालने के लिए एक साथ बैठेगी। इस संस्था का उज्ज्वल अतीत रहा है और यह सक्षम लोगों से परिपूर्ण है।'
दरअसल, पीएम मोदी ने ये बातें समाचार चैनल 'टाइम्स नाऊ' को दिए इंटरव्यू कही। पीएम बोले, हमारे देश की न्यायपालिका का उज्ज्वल अतीत रहा है। उस संस्था में बहुत ही सक्षम लोग हैं। वे एक साथ बैठेंगे और अपनी समस्याओं का निदान निकालेंगे।'
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उम्मीद है वे निश्चित तौर पर समाधान निकालेंगे
चैनल से बातचीत में पीएम मोदी ने कहा, 'न्याय प्रणाली में मेरी आस्था है। उम्मीद है कि वे निश्चित तौर पर समाधान निकालेंगे।' चीफ जस्टिस द्वारा संवेदनशील मामलों के आवंटन की चार वरिष्ठ जजों द्वारा सार्वजनिक तौर पर आलोचना किए जाने के बाद शीर्ष अदालत में उत्पन्न हुए इस संकट पर पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे लगता है कि मुझे इस चर्चा से दूर रहना चाहिए।' इस 'सुप्रीम' संकट पर पीएम मोदी ने कहा, 'सरकार को भी इससे दूर रहना चाहिए। साथ ही राजनीतिक दलों को भी इससे दूरी रखनी चाहिए।'
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'उसने मुझे यहां पहुंचने में मदद की'
इसके अलावा, उनके (मोदी के) गुजरात का सीएम रहने के दौरान उन्हें निशाना बनाए जाने की तरह ही बीजेपी के कई बड़े नेताओं को 'संकट' में डालने की विपक्षी दलों की कोशिशों के संबंध में पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा, 'उन लोगों ने उन्हें राजनीतिक रूप से खत्म करने की कई कोशिशें की थी। लेकिन जिस रास्ते पर वो (विपक्षी) हैं, उसने मुझे यहां पहुंचने में मदद की।'