कतर ने दी जीसीसी छोड़ने की चेतावनी, नहीं करेगा संप्रभुता को लेकर कोई समझौता
काहिरा: कतर ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) से बाहर निकलने की चेतावनी दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने एमईएनए के हवाले से बताया कि कतर के विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने जीसीसी के महासचिव अब्दुल लतीफ बिन राशिद अल जायनी को पत्र भेजकर देश की स्थिति से परिचित कराया।
अल थानी ने कहा कि कतर अंतर्राष्ट्रीय कानूनों एवं दायित्वों को लेकर प्रतिबद्ध है, विशेष रूप से आतंकवाद से निपटने और वित्तपोषण को लेकर। कतर अपनी संप्रभुता को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करेगा।
पत्र के मुताबिक, उन्होंने कहा कि कतर ने अपने ऊपर लगे प्रतिबंधों को हटाने एवं इन प्रतिबंधों से उसके राजनीतिक एवं आर्थिक घाटे की भरपाई के लिए खाड़ी देशों को तीन दिनों का नोटिस दिया है। तय समय पर इन मांगों को पूरा नहीं कर ने पर वह आधिकारिक रूप से जीसीसी से बाहर निकलने का ऐलान कर देगा।
सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), बहरीन और मिस्र ने कतर के लिए बीते महीने 13 मांगों की एक सूची जारी की थी, जिसे कतर ने दरकिनार कर दिया था।