नई दिल्ली: राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद की आधिकारिक तौर पर कमान संभाल ली है। उसके एक दिन पहले निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था, कि वो अब रिटायरमेंट ले रही हैं। कांग्रेस नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने बचाव में कहा, कि सोनिया गांधी के कहने का मतलब सक्रिय राजनीति से सन्यास का नहीं था।
सोनिया गांधी के बयान के कई मतलब निकाले गए। सुरजेवाला ने कहा, कि 'वो सक्रिय राजनीति नहीं छोड़ रहीं, सिर्फ अध्यक्ष पद छोड़ रही हैं। स्वास्थ्य कारणों से सोनिया गांधी हिमाचल प्रदेश और गुजरात में प्रचार के लिए भी नहीं गईं।'
मां के पास इटली जाना चाहती हैं सोनिया
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार बेटे राहुल को पार्टी की कमान सौंपने के बाद सोनिया गांधी अब कुछ समय का विश्राम चाहती हैं। सोनिया एक लंबा ब्रेक लेकर इटली अपनी मां के पास जाना चाहती हैं। राहुल के अध्यक्ष बनने के बाद फिलहाल सबसे बड़ा यह सवाल खड़ा होता है, कि सोनिया पार्टी में कौन सा कार्यभाल संभालेंगी। राहुल भी अक्सर नानी से मिलने इटली जाते रहे हैं।
सलाहकार के तौर पर चाहती है पार्टी
वहीं, पार्टी के लोग चाहते हैं कि सोनिया महत्वपूर्ण सलाहकार के तौर पर उनसे जुड़े रहें, ताकि जब भी पार्टी को उनकी जरूरत हो वे उनसे सलाह ले सकें। कांग्रेस ही नहीं उनकी अन्य सहयोगी पार्टियां भी सोनिया के साथ शांतिप्रद व्यवहार महसूस करें, वहीं राहुल के साथ बेझिझक होकर बात कर सकें। खैर, सोनिया अभी पार्टी की कोई भी जिम्मेदारी नहीं लेना चाह रही हैं। इसलिए वे छुट्टी पर जाने की तैयारी कर रही हैं।