मुंबई: संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म 'पद्मावती' को लेकर देशभर में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों के बीच फिल्म की निर्माता कंपनी वायकॉम18 ने इसकी रिलीज को टाल दिया है। एक समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक, निर्माता कंपनी ने स्वयं फिल्म की रिलीज टालने का निर्णय किया है।
इसके पहले सेंसर बोर्ड ने भी कुछ तकनीकी कारणों से फिल्म को लौटाते हुए इस बात पर नाराजगी जताई थी, कि फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली ने सेंसर बोर्ड से फिल्म के पास हुए बगैर ही कुछ चुनिंदा पत्रकारों को फिल्म दिखा दी।
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राजपूत समाज को कड़ी आपत्ति
गौरतलब है, कि राजस्थान, यूपी सहित कुछ अन्य राज्यों में राजपूत (ठाकुर) समाज के लोगों ने फिल्म पर कड़ी आपत्ति जताई है। इसकी शुरुआत करणी सेना की ओर से की गई थी। राजपूत समाज के लोगों का कहना है, कि निर्देशक संजय लीला भंसाली ने फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की है।
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दीपिका-भंसाली को दी गई धमकी
इसी क्रम में राजपूतों के संगठन करणी सेना ने तो फिल्म की अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की नाक काटने तक की धमकी दी थी। इसके अलावा यूपी के मेरठ में निर्देशक भंसाली की गर्दन काटने पर 5 करोड़ देने की बात कही गई। विवाद बढ़ने के बाद फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग पद्मावती के समर्थन में भी आए।
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वसुंधरा ने मंत्रालय को लिखी चिट्ठी
इसके पहले शनिवार को राजस्थान की सीएम वसुंधरा ने सूचना और प्रसारण मंत्री को चिट्ठी लिखकर कहा, कि 'फिल्म में जब तक जरूरी बदलाव ना हो, तब तक इसे रिलीज ना किया जाए। उन्होंने कहा, मशहूर इतिहासकारों, फिल्म से जुड़े लोगों की एक समिति को फिल्म की कहानी पर विस्तार से चर्चा करना चाहिए।