उद्धव ठाकरे को नहीं मना पाए शाह, अब लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी शिवसेना

Update: 2018-06-07 06:17 GMT

मुंबई: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अपने सहयोगियों को साधने में जुटी बीजेपी को उसवक्त तगडा झटका लगा जब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के मिलने के बाद महाराष्ट्र की इस हिंदूवादी पार्टी ने साफ कर दिया कि लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी।

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बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने 'संपर्क फॉर समर्थन' के तहत बुधवार शाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की, लेकिन मुलाकात के अगले ही दिन गुरूवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हम 2019 में अकेले ही चुनाव लड़ेंगे।

संजय राउत ने कहा, हम लोग अमित शाह जी का एजेंडा जानते हैं लेकिन शिवसेना ने पहले ही प्रस्ताव पास कर लिया है जिसमें ये तय हो गया है कि पार्टी 2019 का लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी। हमारे प्रस्ताव में कोई बदलाव नहीं होगा।

उद्धव ठाकरे और अमित शाह ने देर तक की बात

अमित शाह ने शिवसेना प्रमुख से बहुत देर बात की और बीजेपी का पक्ष रखा लेकिन वो जूनियर ठाकरे को मना नहीं पाए। महाराष्ट्र के पालघर उपचुनाव को लेकर शिवसेना और बीजेपी में टकराव हुआ था उसके साथ कई अन्य मुद्दों पर गठबंधन में जिस तरह से दूरियां बढ़ी उसे खत्म करने के लिए अमित शाह छाकरे से मिले थे।

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ऐसा माना जा रहा था कि दोनों नेताओं के बीच आने वाले समय में कुछ मुलाकातें और हो सकती हैं ताकि तल्खी को खत्म किया जा सके। बुधवार को शाह-उद्धव की मुलाकात से पहले भी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए बीजेपी पर तीखा हमला बोला था जिसमें कहा गया था कि अमित शाह इन चुनावों में किसी भी तरह 350 सीटें जीतना चाहते हैं।

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हुए हैं, किसान सड़क पर हैं, इसके बावजूद बीजेपी चुनाव जीतना चाहती है। शिवसेना ने कहा कि जिस तरह बीजेपी ने साम, दाम, दंड, भेद के जरिए पालघर का चुनाव जीता उसी तरह बीजेपी किसानों की हड़ताल को खत्म करना चाहती है। चुनाव जीतने की शाह की जिद को हम सलाम करते हैं।

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