नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को एक और झटका लगा है और उनकी नीति आयोग में विशेष आमंत्रित सदस्य पद से छुट्टी कर दी गई है।
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केंद्र में जब नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग की सरकार बनी तो स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास जैसा भारी भरकम मंत्रालय दिया गया जिसे लेकर पीएम मोदी की आलोचना भी की गई। स्मृति ईरानी की शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल उठाए गए। वो जब मानव संसाधन विकास मंत्री बनी थीं तभी से नीति आयोग की सदस्य थीं।
स्मृति ईरानी पर लगा आरोप
बाद में उन्हें कपडा मंत्रायल दिया गया जो कम महत्व वाला है। कपड़ा मंत्रालय दिये जाने के बाद भी उनका नीति आयोग में विशेष आमंत्रित सदस्य का पद बरकरार था, लेकिन अब उनकी जगह प्रकाश जावड़ेकर को इस पद के लिए आमंत्रित किया गया है।
दिलचस्प कि स्मृति ईरानी की जगह प्रकाश जावड़ेकर को ही मानव संसाधन विकास मंत्री बनाया गया। इसके अलावा राव इंद्रजीत सिंह को नीति आयोग के पूर्व सदस्य के तौर पर नियुक्त किया गया है।
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यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 17 जून को गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग करने वाले हैं। पिछले 15 मई को ही स्मृति ईरानी से सूचना प्रसारण मंत्रालय वापस ले लिया गया था। स्मृति अब सिर्फ कपड़ा मंत्रालय ही देख रही हैं।
स्मृति ईरानी पर सांसद निधि के दुरुपयोग का आरोप भी लगा है। आरोप गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने लगाए थे और अपने ट्वीट में लिखा था, 'स्मृति ईरानी ने आणंद जिले के माघरोल गांव को मॉडल बनाने के लिए गोद लिया था और उन्होंने इसे भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग का बेहतरीन मॉडल बनाने का काम किया है।
अमित चावड़ा ने एक और ट्वीट में स्मृति ईरानी पर अपनी सांसद निधि के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। स्मृति ईरानी गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं।