नई दिल्ली: नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन का ड्राफ्ट असम में जारी होने के बाद से राज्यसभा में राजनीतिक बवाल जारी है। पहली लिस्ट में से 40 लाख लोगों के बाहर होने को लेकर राज्यसभा में काफी बवाल हुआ, जिसके बाद 12 बजे तक के लिए उच्च सदन स्थगित कर दिया गया। टीएमसी सांसदों ने इस लिस्ट को लेकर सवाल उठाये है।
टीएमसी सांसद ने दिया स्थगन प्रस्ताव
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने एनआरसी रिपोर्ट पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया। टीएमसी सांसद और कुछ अन्य विपक्षी पार्टी के सांसदों ने राज्यसभा में शोरगुल मचाना शुरू कर दिया। राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने मामले को संभालने की कोशिश की, लेकिन हंगामा बढ़ने के बाद उन्होंने 12 बजे तक के लिए सदन स्थगित कर दिया।
गृहमंत्री ने ये कही ये बात
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस मुददे पर कहा, ''कुछ लोग बिना वजह ही इस लिस्ट के आधार पर माहौल बनाने की कोशिस कर रहे हैं। यह पूरी तरह से निष्पक्ष रिपोर्ट है। कोई भी भ्रामक जानकारी नहीं फैलाई जानी चाहिए। यह कोई फाइनल ड्राफ्ट नहीं है बल्कि फर्स्ट लिस्ट है।' बता दें कि नागरिकता के लिए 3,29,91,380 लोगों ने नागरिकता के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 2,89,38, 677 को नागरिकता के लिए योग्य पाया गया है''।
लोगों को मिलेगा एक और मौक़ा
जिन 40 लाख लोगों का नाम लिस्ट से बाहर है उनके पास अभी भी क्लेम करने का दूसरा अवसर है। एनआरसी कोऑर्डिनेटर ने कहा था कि इस लिस्ट के आधार पर किसी भी नागरिक को डिटेंशन सेंटर फिलहाल नहीं भेजा जाएगा।