पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समीक्षा यात्रा को लेकर शुक्रवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और जनता दल (युनाइटेड) आमने-सामने आ गए। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जहां समीक्षा यात्रा पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस यात्रा में सरकारी खर्च पर भीड़ जुटाई जा रही है। यह यात्रा 'विकास समीक्षा यात्रा घोटाला' है।
जवाब में जद (यू) ने लालू को सजायाफ्ता बताते हुए आत्मचिंतन की सलाह दे दी। पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में लालू ने कहा, "विकास समीक्षा यात्रा के दौरान सरकारी खर्च पर बिहार ग्रामीण आजीविका परियोजना के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बुलाया जाता है। उनके रहने से लेकर खाने तक की व्यवस्था सरकार कर रही है। सरकारी खर्चे पर बिहार में विकास दिखाया जा रहा है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की सभा में लोगों को जुटाने के लिए गरीबों को परेशान किया जा रहा है।
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लालू ने नीतीश कुमार की समीक्षा यात्रा को लेकर सरकार के आदेश की प्रति जारी करते हुए पूछा कि आखिर जीविका महिला सदस्यों के माध्यम से भीड़ क्यों जुटा रहे हैं? उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आदेश जारी किया गया कि हर सभा में कम से कम 4000 जीविका के सदस्यों को लाया जाए।
उन्होंने इस यात्रा पर सरकारी राशि खर्च होने की जांच की भी मांग की। उन्होंने अनुमान लगाते हुए कहा कि समीक्षा यात्रा के दौरान एक जिले में सरकार के 10 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।
लालू ने कहा कि सरकार के अधिकारी यात्रा में व्यस्त हैं, जिस कारण सभी सरकारी कार्य ठप्प हैं। गरीबों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लालू के इन आरोपों के बाद जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू प्रसाद पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "लालू जी, आप तो ऐसे व्यक्ति हैं जिसे न्यायपालिका ने चुनाव लड़ने के अयोग्य करार दे दिया है। ऐसे में आप राजनीतिक दल के अध्यक्ष कैसे बने हुए हैं? आपको तो खुद आत्मचिंतन करना चाहिए कि इसकी पात्रता आप में नहीं है।"
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उन्होंने लालू को याद दिलाते हुए कहा कि जनता ने विधानसभा चुनाव में सात निश्चय की बुनियाद पर मतदान किया था। उसकी समीक्षा के दौरान सरकारी महकमे की महत्वपूर्ण अंग जीविका की महिलाएं आ रही हैं, तो आपको आपत्ति क्यांे है।
उन्होंने लालू से प्रश्न किया, "अगर सामाजिक जकड़न दहेजप्रथा, बालविवाह के विरोध में चलाए जा रहे अभियान ये महिलाएं शामिल हो रही हैं, तो लालू जी, समाज के गरीब तबके की महिलाओं के आने से आपको आपत्ति क्यूं है?"
उन्होंने कहा कि अगर इन बातों में आपको घोटाला नजर आता है, तब आप (लालू) सीबीआई कोर्ट में पेशी के लिए जब जाते हैं, तो सुरक्षाकर्मी साथ क्यों रखते हैं या सरकारी सुविधाओं का इस्तेमाल क्यों करते हैं?
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों विकास कार्यों की हकीकत जानने के लिए समीक्षा यात्रा पर हैं। मंगलवार से मुख्यमंत्री की यह यात्रा पश्चिम चंपारण जिले से शुरू हुई है। प्रथम चरण की यात्रा 16 दिसंबर को खत्म होगी। इस यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री राज्य के सभी जिलों में जाएंगे।