Diabetes: डायबिटीज में करें सेल्फ इंसुलिन प्रोडक्शन, अपनाएं प्राकृतिक इन्सुलिन से भरपूर ये Super Foods
Diabetes में भूख में कमी, बढ़ी हुई प्यास, वजन घटना, जल्दी पेशाब आना, धुंधली दृष्टि, अत्यधिक थकान और घाव जो ठीक नहीं होते हैं। ऐसे लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Diabetes: डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसा रोग है, जिसका इलाज सिर्फ दवाइयों में नहीं बल्कि जीवन शैली में छुपा है। जी हां, डायबिटीज को एक मेटाबॉलिक रोग (metabolic disease) कहा जाता है। यह शरीर में हाई ब्लड शुगर (High Blood Sugar) का कारण होता है। डायबिटीज अनियंत्रित होने पर रक्त में शर्करा (Sugar) की मात्रा बढ़ जाती है। जिसके कई दुष्परिणाम मरीज को भुगतने पड़ते हैं।
डायबिटीज अनियंत्रित होने पर नसों, आंखों, गुर्दे सहित शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों में समस्याएं बढ़ जारी हैं। दुर्भाग्य की बात है कि डायबिटीज ऐसी गंभीर बीमारी है जिसका आज तक कोई स्थायी इलाज नहीं है।
हर उम्र लोगों को ले रही चपेट में
चिंता की बात यह है कि यह बीमारी बहुत तेजी से हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बना रही है। दरअसल, डायबिटीज (Diabetes) से ग्रस्त मरीजों के शरीर में पर्याप्त इंसुलिन (Insulin) का उत्पादन नहीं हो पाता है। या, फिर शरीर में जिनते इंसुलिन का उत्पादन होता है उसका भी सही ढंग से उपयोग नहीं हो पाता। जिसके कारण शरीर समस्याओं से ग्रसित हो बीमार हो जाता है। मोटापा, हाइपरटेंशन, किडनी रोग और दिल के रोगों के होने का सबसे बड़ा खतरा डायबिटीज के मरीज़ों को होता है। इसलिए बेहद जरूरी है कि डायबिटीज को कंट्रोल में रखा जाए। एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप डायबिटीज के साथ एक स्वस्थ लाइफ जी सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले डायबिटीज के लक्षणों को पहचानना जरूरी है। Diabetes में भूख में कमी, बढ़ी हुई प्यास, वजन घटना, जल्दी पेशाब आना, धुंधली दृष्टि, अत्यधिक थकान और घाव जो ठीक नहीं होते हैं, आदि सम्मिलित हैं।
खाद्य पदार्थ में भी होते हैं इन्सुलिन
डायबिटीज के मरीज़ों में Self Insulin नहीं बनना ही इस बीमारी का मुख्य आधार होता है। कई बार डॉक्टर्स शरीर में इन्सुलिन को बढ़ाने के लिए दवाईओं या इन्सुलिन इंजेक्शंस का भी सहारा लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि कुदरत ने अपने नायब खजाने में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी रखें हैं जिनके सेवन से शरीर में अपने आप इन्सुलिन की मात्रा बढ़ जाती है। बता दें, कि शरीर में इन्सुलिन बेहद आवश्यक होता है। इसका कार्य हमारे खाने को पचाना होता है। तो आईये बात करते है कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों कि जिनमें इन्सुलिन की प्रचुरता पायी जाती है।
चिया सीड्स
-चिया सीड्स (chia seeds) एक सुपर फूड है। इसे खाने से ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। बता दें, कि चिया सीड्स खाने से ब्लड शुगर लेवल कण्ट्रोल में रहने के साथ साथ ही, इंसुलिन सेंसिविटी में बढ़िया सुधार होता है। इतना ही नहीं, कई बार इसके रोज़ाना इस्तेमाल से संभावित रूप से इससे डायबिटीज का जोखिम भी कम हो सकता है। इसमें मौजूद प्रचुर मात्रा में फाइबर और फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट ब्लड शुगर लेवल को कम करने में सहायता करते हैं।
कद्दू के बीज
कद्दू के बीज में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए एक अच्छा विकल्प है। पॉलीसेकेराइड नामक कार्ब्स की कद्दू में अत्यधिक मात्रा होने के कारण यह ब्लड शुगर को कंट्रोल में बेहद प्रभावी होता है। इसके लिए आप कद्दू के बीजों को भूनकर या कद्दू का रस अन्यथा इसका पाउडर भी इस्तेमाल में ला सकते हैं।
ब्रोकली
ब्रोकली में मौजूद सल्फोराफेन नामक तत्व शरीर में इंसुलिन सेंस्टिविटी को बढाकर ब्लड शुगर और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में सहायक होते है। इसके अलावा ब्रोकोली स्प्राउट्स में ग्लूकोराफेनिन जैसे तत्व भी टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करते हैं।
फ्लैक्स सीड्स या अलसी के बीज
फाइबर और स्वस्थ वसा से भरपूर फ्लैक्स सीड्स या अलसी के बीज सेहत के गुणों भंडार होते हैं । अलसी के बीज के नियमित सेवन से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता हैं। आँखों और बालों के लिए भी अलसी किसी वरदान से कम नहीं है।
नट्स
नट्स खाना एक स्वस्थ शरीर के लिए बेहद आवश्यक होता है। एक अध्धयन इस बात का प्रमाण मिला है कि सीमित मात्रा में नट्स का रोज़ाना डायबिटीज के लोगों के लिए आश्चर्जनक रूप से प्रभावी होता है। रोजाना 56 ग्राम नट्स का सेवन शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रण में रखता है।