नई दिल्ली। लंबे, आकर्षक, चमकदार तथा चमकीले बाल महिलाओं की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। लेकिन शायद कुछ ही महिलाओं को पता होगा कि स्वास्थ्यवर्धक, संतुलित और उचित समय पर आहार लेने के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी पीने, सुबह-शाम एक गिलास ताजा दूध पीने तथा सुबह की सैर से आप अपने मनपसंद बाल प्राप्त कर सकती हैं। चेहरे पर मुस्कान और हंसमुख स्वभाव से बालों को पौष्टिकता मिलती है तथा जिंदादिल व्यक्तियों के बालों में प्राकृतिक रूप से चमक आ जाता है।
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बाल को मजबूत बनाने के लिए अपनाएं ये टिप्स
आमतौर पर जनमानस में यह भ्रम पाया जाता है कि अच्छे शैम्पू, कंडीशनर तथा महंगे सैलून में बालों की देखभाल से बालों की सुंदरता में चार चांद लग जाते हैं, जबकि अधिकांश लोग बालों के स्वास्थ्य के बारे में साधारण जानकारी भी नहीं रखते हैं।
अच्छे उत्पाद तथा बालों की ट्रीटमेंट बालों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है लेकिन इनके उपयोग मात्र से ही बालों की देखभाल का काम पूरा नहीं हो जाता, बालों की देखभाल स्पा, सैलून तथा उत्पादों के उपयोग से अधिक है। अपने बालों की प्राकृतिक तथा जरूरतों को समझने से बालों की सुंदरता को निखारने में काफी मदद मिलती है।
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बालों के स्वास्थ्य में पानी की अहम भूमिका रहती है। यदि आप बालों पर पानी के नियम को सही दृष्टिकोण से समझ लें तो आपके बालों की आधी समस्याएं खत्म हो जाएंगी। इसका साधारण सा फार्मूला है कि बालों के स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीजिए तथा बालों को धोने के लिए पर्याप्त मात्रा में ताजे, ठंडे तथा स्वच्छ पानी का उपयोग कीजिए।
बालों को अच्छी स्थिति में रखने के लिए अपने बालों की प्रकृति को समझना अत्यधिक आवश्यक है। आजकल युवाओं की सबसे बड़ी समस्या यह है कि वह बालों का फैशन बहुत ज्यादा करते हैं और बालों की कतई परवाह नहीं करते या फिर गलत तरीके से बालों का उपचार करते हैं।
बालों का फैशन कतई गलत नहीं है, लेकिन बालों की देखभाल भी उतनी ही जरूरी है जितना बालों का फैशन। बालों में आद्र्रता बनाए रखना तथा उन्हें उचित प्राकृति में रखना सबसे जरूरी होता है।
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ज्यादातर युवाओं में यह गलत धारणा होती है कि प्रतिदिन कंडीशनकर तथा समय-समय पर स्पा ट्रीटमेंट से बालों की चमक बरकरार रहती है, जबकि वास्तविकता यह है कि बालों की प्रतिदिन कंडीशनिंग की जरूरत होती है। बालों की प्री-कंडीशनिंग भी बालों के स्वास्थ्य में मददगार साबित होती है। बालों की प्री-कंडीशनिंग के लिए धोने के 5 मिनट पहले बालों में तेल की मालिश कीजिए। बालों में मिश्रित तेल की बजाय बेसिक तेल का उपयोग कीजिए।
उन्होंने कहा कि बालों को सामान्य हेयर शैम्पू से ही धोइए तथा किसी भी अन्य प्रकार के महंगे शैम्पू की कतई जरूरत नहीं होती। बालों की नियमित तौर पर कटिंग करवाइए। सामान्यत: बालों की 8-10 हफ्ते के बाद कटिंग करवा लेनी चाहिए। बालों में किसी भी प्रकार के रासायनिक पदार्थो का कतई उपयोग नहीं करना चाहिए।
शैम्पू और साबुन में कुछ रसायनिक पदार्थ होते हैं, इसीलिए इनका इस्तेमाल जरूरत के अनुसार ही करना चाहिए। अपनी खोपड़ी को अपने चेहरे की तरह साफ रखिए। साफ खोपड़ी से बालों के असमय सफेद होने तथा रूसी को रोका जा सकता है।
यदि आपको बालों की रूसी के लिए एंटी डैंड्रफ शैम्पू प्रयोग करना हो तो इसे सप्ताह में मात्र एक दिन ही कीजिए। बालों को स्वास्थ्यवर्धक बनाए रखना एक विज्ञान है। बालों से प्राकृतिक तरीके से उगने के लिए 6-8 सप्ताह बाद बालों की कटिंग कर देनी चाहिए, ताकि मृत तथा क्षतिग्रस्त बालों को हटाया जा सके।