Monsoon Diet: बरसात के मौसम में नहीं खाना चाहिए लहसुन-प्याज, जानें क्या कहते हैं डायटिशियन
Monsoon Diet: डायटिशियन का कहना है कि बरसात के मौसम में मीट, मछली और अंडे बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। इसके साथ ही लहसुन और प्याज भी नहीं खाना चाहिए। ये खाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता हैं।
Monsoon Diet: बरसात के मौसम में कई तरह की बीमारियां होने लगती है। व्यक्ति तुरंत सर्दी-जुकाम, बुखार, डेंगू, मलेरिया या टाइफॉइड जैसी बीमारियों की गिरफ्त में आ जाता है। ऐसे में अगर खानपान में सावधानी न बरतें जाए, तो बीमार होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है। इसी क्रम में सेलिब्रेटी डायटिशियन रुजुता दिवेकर ने बताया है कि बरसात के मौसम में लहसुन-प्याज नहीं खाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने इसे न खाने का कारण भी बताया है। आइये जानते हैं।
करीना कपूर की डायटिशियन रुजुता दिवेकर के अनुसार जो लोग नॉनवेज खाते हैं। उन्हें बरसात के मौसम में मीट, मछली और अंडे बिल्कुल नहीं खाना चाहिए। वहीं, जो लोग शाकाहारी है उन्हें बरसात के मौसम में लहसुन-प्याज छोड़ देना चाहिए। क्योंकि यह दोनों चीजें बरसात में खाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता हैं।
इसलिए नहीं खाया जाता लहसुन-प्याज
तामसिक भोजन में शामिल लहसुन और प्याज काफी गर्म होता है। ऐसे में इन दोनों चीजों को खाने से ब्लड सर्कुलेशन अप एंड डाउन होता है। जिससे गुस्सा, अहंकार, एक्साइटमेंट, आलस और कई तरह की चीजें होती है। इसलिए पूजा-पाठ में लहसुन और प्याज वर्जित है। लहसुन और प्याज बरसात में इसे इसलिए नहीं खाना चाहिए ताकि पेट गर्म न हो। क्योंकि अगर पेट गर्म होगा, तो उसमें गड़बड़ी होगी। जिससे स्वास्थ्य खराब होगा। इसलिए बरसात या मॉनसून में इसे खाने के लिए मना किया जाता है।
बरसात में शकरकंद खाना फायदेमंद
लहसुन और प्याज खाने की बजाय शकरकंद खाना चाहिए। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो बरसात में पेट संबंधी दिक्कतों को दूर करता है। फाइबर के साथ शकरकंद में आयरन, विटामिन सी और विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इसे खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा आप बरसात के मौसम में गाजर, मक्का और कद्दू खूब खा सकते हैं। इनमें फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो शरीर के लिए काफी अच्छे होते हैं।