Premanad Ji Maharaj: प्रेमानंद जी की दिनचर्या पर प्रतिदिन इतने पैसे होते हैं खर्च, किडनी ख़राब होने की वजह से कर रहे ये सब

Premanad Ji Maharaj: क्या आप जानते हैं प्रेमानंद जी महाराज की प्रतिदिन के कार्यों में कितना पैसा खर्च हो जाता है। आइये हम आपको बताते हैं।;

Update:2023-08-26 07:32 IST
Premanad Ji Maharaj (Image Credit-Social Media)

Premanad Ji Maharaj: वृन्दावन के प्रेमानंद जी महाराज राधा रानी के परम भक्त हैं साथ ही वो अपने प्रवचनों द्वारा सभी को प्रभु नाम का जाप करने और उन्हें सत्य मार्ग पर चलने के लिए भी प्रेरित करते हैं। वहीँ प्रेमानंद जी की प्रसिद्धि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी ज़्यादा है। वहीँ उनके बारे में अक्सर चर्चा होती है कि वो अपनी दिनचर्या का काफी सख्ती से पालन करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं उनकी इस प्रतिदिन के कार्यों में कितना पैसा खर्च हो जाता है। आइये हम आपको बताते हैं।

प्रतिदिन इतने पैसे खर्च होते हैं प्रेमानंद जी महाराज की दिनचर्या पर

प्रेमानंद जी महाराज की दोनों किडनियां ख़राब हैं डॉक्टर्स ने उन्हें ट्रांसप्लांट की भी सलाह दी वहीँ उनके कई भक्त उन्हें अपनी किडनी देने को तैयार भी थे थे लेकिन महाराज जी ने ये कहकर इंकार कर दिया कि उनकी दोनों किडनियां एक राधा हैं और एक कृष्ण और वो उन्हें खुद से दूर नहीं करना चाहते। साथ ही उनका मानना है कि वो अपने लिए किसी का एक अंग नहीं लेंगे उसे दर्द नहीं पहुंचना चाहते। वहीँ भगवान् भी उनके साथ है और दोनों किडनी के ख़राब होने के बाद भी लगभग 17 सालों से प्रेमानंद जी एक स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। लेकिन इसके पीछे उनकी दिनचर्या और कठिन परिश्रम भी है। जिसकी वजह से वो आज सभी के लिए एक उदाहरण भी हैं। जो लोग मुश्किलों से हार कर बैठ जाते हैं उनके लिए महाराज जी एक आदर्श हैं। वहीँ आपको बता दें कि महाराज जी की इस दिनचर्या पर कुछ पैसे भी खर्च होते हैं आइये जानते हैं इसके बारे में भी।

प्रेमानंद जी महाराज राधा रानी के परम भक्त हैं वो अपने हर सत्संग में राधे कृष्ण का जप करने के लिए भी कहते है। इतना ही नहीं उनके सत्संग के माध्यम से कई लोग जीवन को जीने का सही नजरिया भी पाते हैं। प्रेमानंद जी महाराज कितने भी बीमार हों लेकिन वो कभी भगवान् नाम का जाप और सुमिरन करना नहीं बंद करते। दोनों किडनी के काम न करने के बावजूद भी वो रोज़ सुबह 2 बजे उठकर वृन्दावन की परिक्रमा करते हैं और राधा वल्लभ व बांके बिहारी जी के दर्शन ज़रूर करते हैं। इसके बाद ही वो सत्संग या कोई भी अन्य काम करते हैं। महाराज जी को पॉलीसिस्टिक किडनी रोग है जिसका मतलब होता है कि दोनों कीड़े ख़राब होने के चलते डॉक्टर्स डायलिसिस करवाने की सलाह देते हैं। जिसमें काफी पैसा खर्च होता है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो महाराज जी को इसके लिए डायलिसिस करवाना पड़ता है। इस डायलिसिस को आर्टिफिशियल किडनी कहा जाता है। महाराज जी को इस डायलिसिस को हफ्ते में 2 से 3 बार करवाना ज़रूरी है इसके लिए 1500 से 2000 रूपए हर विजिट पर पड़ते हैं तो इस हिसाब से हर महीने के 45,000 से 60,000 खर्च हो जाते हैं।

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