Premanand Ji Maharaj: जानिए प्रेमानंद महाराज जी ने कमज़ोर लोगों की क्या पहचान बताई है, इसलिए नहीं होती तरक्की
Premanand Ji Maharaj: आइये जानते हैं कि श्री प्रेमानंद महाराज जी ने अपने प्रवचनों द्वारा एक कमज़ोर व्यक्ति की क्या पहचान बताई है।
Premanand Ji Maharaj: पीले वस्त्र और पीले तिलक धारी श्री प्रेमानंद महाराज जी राधा रानी के परम भक्त हैं। वो अपने प्रवचनों द्वारा अपने भक्तों को सत्मार्ग पर चलने की अपनी विचारधारा के लिए प्रसिद्ध हैं। वो अपनी दिनचर्या को लेकर भी अक्सर लोगों के बीच चर्चा में रहते हैं। इतना ही नहीं उन्हें सुनने देश और विदेश से लोगों का तांता लगा रहता है। वो प्रतिदिन अपने भक्तों को ये बताते हैं कि कैसे आप सही और गलत की पहचान करें और अपने जीवन में किसी का भी अनिष्ट न करें। ऐसे में आइये जानते हैं कि श्री प्रेमानंद महाराज जी ने अपने प्रवचनों द्वारा एक कमज़ोर व्यक्ति की क्या पहचान बताई है।
श्री प्रेमानंद महाराज जी ने इन लोगों को बताया कमज़ोर
प्रेमानंद महाराज जी हमेशा अपने भक्तों को सच्चे मार्ग पर चलने की सलाह देते हैं ऐसे में आपको बता दें कि उन्होंने कुछ ऐसी बातें भी बताईं जिससे व्यक्ति अपने जीवन में सकारात्मक सोच के साथ जीवन को खुलकर जी सकता है। महाराज जी ने कहा कि जो व्यक्ति क्रोधित होता है वो सही मायनो में कमज़ोर होता है। वहीँ जो व्यक्ति बलवान होता है उसे क्रोध नहीं आता। बलवान क्षमा करने वाला होता है। उन्होंने आगे कहा कि अगर आपको ऐसा लगता है कि आपकी वजह से किस का हित हो रहा है या ये सोच कि आप किसी का हित कर रहे हैं ये अहंकार है। दरअसल ये हम नहीं करते बल्कि ईश्वर हमसे करवा रहा है। अगर हम यही सोचें कि जो कुछ हम कर रहे हैं वो भगवान् ही हमसे करवा रहा है तो आप सदैव खुश रहेंगे। वहीँ जब हमारे अंदर भाव होगा तो हमें गुस्सा भी नहीं आएगा।
प्रेमानंद महाराज जी की कही ज्ञान की बताएं लोगों को ज़िन्दगी जीने का नया ढंग सीखती हैं। ऐसी भी मान्यता है कि जो महाराज जी के प्रवचनों को पूरे ध्यान से सुनता है उसे राधा रानी के दर्शन अवश्य होते हैं। श्री प्रेमानंद महाराज जी की दोनों किडनी लगभग 17 साल से खराब हैं लेकिन आज भी महाराज जी अपनी कड़ी दिनचर्या को ही फॉलो करते हैं और जिसकी वजह से वो स्वस्थ हैं।