Guru Arjan Dev Prakash Parv: साहिब श्री गुरु अर्जन देव महाराज के प्रकाश पर्व पर गली-गली गूंजे कीर्तन, छका लंगर
Guru Arjan Dev Prakash Parv: सिक्खों के पाँचवें गुरु अर्जन देव जी महाराज के प्रकाश पर्व पर लखनऊ शहर के गुरुद्वारे शबद कीर्तन की मधुर ध्वनि से गूंज उठे। भक्तिपूर्ण माहोल के बीच विराजमान फूलो से सजे गुरु दरबार में सजदा कर संगत ने सबकी ख़ुशहाली की प्रार्थना करी। ज्ञानियों ने गुरु के जीवन पर प्रकाश डाला और वही दूसरी ओर अटूट लंगर भी चला।
Guru Arjan Dev Prakash Parv: गुरु अर्जुन देव जी सिखों के पांचवें गुरु तथा सिख धर्म के पहले शहीद हुए हैं। इन्हें शहीदों का सरताज कहा जाता है। इनकी शहीदी के बाद इनके सुपुत्र गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने शांति के साथ-साथ सैनिक बनने का भी उपदेश दिया। श्री गुरु अर्जुन देव जी का प्रकाश श्री गुरु रामदास जी के गृह में माता भानी जी की कोख से वैशाख वदी 7 सम्वत, 1620 को गोइंदवाल साहिब में हुआ। इनका पालन-पोषण गुरु अमरदास जी जैसे गुरु तथा बाबा बुड्ढा जी जैसे महापुुरुषों की देखरेख में हुआ। ये बचपन से ही बहुत शांत स्वभाव व पूजा भक्ति करने वाले थे। गुरु रामदास जी के तीन सुपुत्र बाबा महादेव जी, बाबा पृथी चंद जी तथा अर्जुन देव जी थे जिनमें से गुरु रामदास जी ने हर तरह की जांच-पड़ताल करने के बाद अर्जुुन देव जी को गुरुगद्दी सौंपी।
गुरु अर्जन देव महाराज के प्रकाश पर्व पर निकला नगर कीर्तन
लखनऊ के प्रसिद्ध नाका गुरुद्वारा से प्रातःकाल पांचवे सिख गुरु और शहीदों के सरताज अर्जुन देव महाराज के प्रकाश पर शहर में नगर कीर्तन निकाला गया। कीर्तन में हज़ारों भक्तों ने ‘जो बोले सोनिहाल सत्सरीयकाल’ के नारे लगाते हुए भाग लिया।
कहा से निकला अर्जन देव महाराज का प्रकाश पर्व
नाका क्रॉसिंग से चारबाग़ बाज़ार होते हुए बासमंडी निकल कर वापस नाका गुरुद्वारा पहुँचीं प्रभात फेरी। खालसा पंथ के छात्रों द्वारा गतका का आयोजन हुआ। प्रकाश पर्व की संध्या में गुरुद्वारा में नगर कीर्तन और हरमात संगम का आयोजन किया जाएगा।
नाका गुरुद्वारा में सजा विशेष दीवान
नाका गुरद्वारा में विशेष दीवान में नाम सिमरन और एवं शबद कीर्तन सब थाई होए सहाय गायन कर समूह साध संगत को निहाल किया। याहियागंज गुरुद्वारा में भी विशेष दीवान के साथ सुबह श्री गुरूग्रंथ साहिब पर फूलो की वर्षा करी गयी। कीर्तन के साथ गुरुद्वारों में लंगर का आयोजन भी हुआ।