Manipur Election 2022: मणिपुर में संगमा को झटका, एनपीएफ से गठबंधन कर सकती है भाजपा

Manipur Election 2022: मणिपुर में विधानसभा चुनाव अगले महीने होने हैं। ऐसे में सूबे की सभी सियासी पार्टियां जीत का समीकरण साधने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही हैं।

Published By :  Bishwajeet Kumar
Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update:2022-01-17 22:34 IST

झंडा (भारतीय जनता पार्टी)

Manipur Election 2022: मणिपुर में चुनावी लड़ाई तेज होती जा रही है, सबकी निगाहें भाजपा पर हैं। 2017 में भगवा पार्टी ने दो राजनीतिक दलों और निर्दलीयों के साथ गठबंधन कर सत्ता हासिल की थी वहीं इस बार अब तक वह अकेले ही लड़ती दिख रही है लेकिन कहते हैं कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं शायद मणिपुर में कुछ रोचक होने जा रहा है जो एक बार फिर समीकरणों को बदलकर रख देगा।

प्रमुख सूत्रों का दावा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस बार नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के साथ गठबंधन कर सकती है और कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) का साथ छोड़ सकती है। इसकी एक वजह सूत्र यह भी बताते हैं कि अभी तक भाजपा और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के बीच सीटों के बंटवारे पर कोई खास बात नहीं हुई है। और भाजपा मणिपुर में दूसरा कार्यकाल हर कीमत पर हासिल करना चाहती है।

इस तर्क को इस बात से मजबूती मिलती है कि हाल ही में, एनपीएफ नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की है। अगर यह मुलाकात रंग ले आई तो कई सीटों पर दोस्ताना लड़ाई हो सकती है।

उधर एनपीएफ सूत्रों ने इस पर प्रतिक्रिया किये बिना कहा कि जिस पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सीटों पर चुनाव लड़कर चार विधायक जिताए थे, वह 15 सीटों की मांग कर सकती है।

भाजपा का कॉनराड संगमा की पार्टी के साथ मेघालय में सत्ता का गठबंधन मणिपुर में भी चले इस की संभावना कम है, इस तथ्य को देखते हुए कि पिछली बार बीरेन सिंह सरकार के संकट के दौरान भी यह बात सामने आयी थी कि एनपीपी के चार विधायक जो मंत्री भी थे। ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। हालांकि बीजेपी के शीर्ष नेताओं और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के हस्तक्षेप के बाद नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) के चार विधायक बाद में गठबंधन में वापस आ गए थे।

केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और असम के मंत्री अशोक सिंघल (मणिपुर चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी) ने भी कहा है कि हम समान विचारधारा वाले दलों और सहयोगियों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन के लिए बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, दोनों मंत्रियों कहना है कि भाजपा अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल करेगी। मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होना है और भाजपा 60 सीटों पर प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है।

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