Manipur Election 2022: बीजेपी ने जारी की प्रत्याशियों की सूची, सीएम बीरेन सिंह इस सीट से लड़ेंगे चुनाव
Manipur Election 2022: भाजपा के द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का भी नाम शामिल है। पार्टी ने उन्हें हिगांग विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है।
Manipur Election 2022: देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) का बिगुल बज चका है। इन राज्यों में देश के पूर्वोतर में बसा मणिपुर (Manipur Election 2022) भी शामिल है। जहां मुख्य लड़ाई सत्ताधारी बीजेपी (BJP) और विपक्षी कांग्रेस (Congress) के बीच है। मणिपुर विधानसभा (Manipur Election 2022) की सभी 60 सीटों के लिए बीजेपी ने अपने पत्ते खोल दिए हैँ। पार्टी ने सभी 60 सीटों पर लड़ने वाले उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है। बीजेपी की सूची इस प्रकार है -
भाजपा के द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची (list of bjp candidates) में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह (CM N Biren Singh) का भी नाम शामिल है। पार्टी ने उन्हें हिंगांग विधानसभा सीट (Heingang Assembly seat) से मैदान में उतारा है। इस मौके पर केंद्रीय श्रम मंत्री और मणिपुर के प्रभारी भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) ने बताया कि बीजेपी ने राज्य में पार्टी के लिए वर्षों से काम कर रहे कार्यकर्ताओं को टिकट दिया है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भाजपा दो तिहाई बहुमत के साथ राज्य में सरकार बनाएगी। बता दें कि इस सूची में कई खिलाडी, प्रशासनिक, अकैडमिक क्षेत्र के लोगों को भी जगह दी गई है।
हिगांग विधानसभा सीट
हिगांग विधानसभा सीट मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का गढ़ माना जाता है। सीएम बीरेन इस सीट से लगातार तीन बार जीतकर विधानसभा पहुंच चुके हैं। बीरेन सिंह पहली बार 2007 में कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव जीते थे। इसके बाद 2012 में एक बार फिर वो कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने में सफल रहे। 2017 के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले वो कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। फिर बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते और पार्टी ने उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया है। वहीं कांग्रेस पिछले चुनाव में इस सीट पर तीसरे नंबर पर पहुंच गई। तृणमुल कांग्रेस ने दूसरा स्थान पाकर उसे तीसरे स्थान पर धकेल दिया।
अफस्पा(AFSPA) बड़ा चुनावी मुद्दा
इस बार मणिपुर विधानसभा चुनाव में अफस्पा (Armed Forces Special Powers Act) एक बड़ा मुद्दा होने जा रहा है। भाजपा की दोनों सहयोगी दल नगा पीपुल्स फ्रंट और नेशनल पीपुल्स पार्टी ने अफस्पा को हटाने की मांग की है। वहीं विपक्षी कांग्रेस ने भी सत्ता में आने पर इस कानून को हटाने की बात कही है
2017 का परिणाम
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जहां 21 सीटें जीती थीं वहीं कांग्रेस ने 28 सीटें जीतकर मणिपुर विधानसभा में सबसे बड़ा पार्टी बनकर उभरी। लेकिन जोड़तोड़ में माहिर बीजेपी ने गोवा की तरह यहां भी उसके सामने से सत्ता की थाली छिन ली। बीजेपी एलजेपी, एनपीपी समेत अन्य निर्देलीय विधायकों के साथ सरकार का गठन कर लिया। ऐसे में बीजेपी के सामने जहां अपने सरकार को बचाए रखने की चुनौती है। वहीं कांग्रेस पिछले बार के अपमान का बदला चुकाना चाहती है। इन दोनों के अलावा बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टीएमसी भी काफी दमखम लगा रही है। टीएमसी इस चुनाव को कितना त्रिकोणीय बता पाती है ये तो चुनाव परिणाम ही बताएंगे।
वहीं हालिया चुनावी सर्वें की बात करे तो बीजेपी और कांग्रेस दोनों में करीबी मुकाबला देखा जा रहा है। मणिपुर में दो चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 27 फरवरी को और दूसरा चरण 3 मार्च को होगा। वही मतगणना 10 मार्च को है।