Manipur Election 2022: पहले चरण के 21 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले, करोड़पतियों की भरमार
Manipur Election 2022: मणिपुर में पहले चरण की 38 विधानसभा सीटों पर 173 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं।
Manipur Election 2022: जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (Manipur Election 2022) हो रहे हैं, उनमें मणिपुर भी शामिल है। मणिपुर की 60 विधानसभा सीटों (60 assembly seats) पर दो चरणों में मतदान का काम पूरा होगा। मणिपुर (Manipur Voting dates) में पहले 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होना था मगर अब चुनाव आयोग ने मतदान की तारीखों में संशोधन कर दिया है। अब राज्य में दो चरणों में 28 फरवरी और 5 मार्च को मतदान का काम पूरा कराया जाएगा।
मणिपुर में पहले चरण की 38 विधानसभा सीटों पर 173 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं। मतदान की तारीख नजदीक आने के साथ ही सभी प्रत्याशियों ने पूरी ताकत झोंक रखी है। मणिपुर इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से इन उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया है। इनमें से 21 फीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
दागी उम्मीदवारों की भरमार
पहले चरण के उम्मीदवारों के विश्लेषण के मुताबिक पहले चरण के 37 उम्मीदवारों यानी 21 फ़ीसदी प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं (21% candidates criminal cases)। शपथ पत्रों (affidavits) में 27 यानी 16 फ़ीसदी उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामलों का खुलासा किया है। आपराधिक मामले घोषित करने वाले प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा 29 फ़ीसदी संख्या भाजपा उम्मीदवारों (BJP candidates)की है।
जेडीयू (JDU) के 25, कांग्रेस (congress) के 23 और एनपीपी (NPP) के 11 फ़ीसदी उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज है जबकि 6 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है।
पैसे वाले प्रत्याशियों पर दांव
यदि उम्मीदवारों की संपत्ति का विश्लेषण किया जाए तो 24 उम्मीदवारों के पास 5 करोड़ या इससे ज्यादा की संपत्ति है। 37 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके पास 2 से 5 करोड़ तक की संपत्ति है। 61 उम्मीदवारों के पास 50 लाख से दो करोड़ तक की संपत्ति है जबकि 34 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके पास 10 लाख से 50 लाख तक की संपत्ति है। चुनाव मैदान में किस्मत आजमाने के लिए 17 ऐसे उम्मीदवार उतरे हैं जिनके पास 10 लाख से कम की संपत्ति है।
173 में से 91 यानी 53% उम्मीदवार करोड़पति हैं। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों की ओर से धनी उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारने को प्राथमिकता दी गई है। एनपीपी ने 21, भाजपा ने 27, कांग्रेस ने 18 और जदयू ने 14 करोड़पति उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। मणिपुर के विधानसभा चुनाव में इस बार पहले चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 2.51 करोड़ है। एक दिलचस्प बात यह है कि एक उम्मीदवार निंगथौजम पोपिलाल सिंह अपनी शून्य संपत्ति घोषित की है।
उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता
अगर मणिपुर में पहले चरण के उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता को देखा जाए तो 37 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवी से बारहवीं के बीच घोषित की है। 133 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक या इससे ऊपर की घोषित की है। तीन डिप्लोमा धारक उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में उतरे हैं।
पहले चरण में 23 उम्मीदवार 25 से 40 आयु वर्ग के बीच के हैं। 115 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच की है। 33 उम्मीदवार 61 से 80 वर्ष के बीच के हैं जबकि चुनावी अखाड़े में 2 उम्मीदवार ऐसे भी कूदे हैं जिनकी आयु 80 साल से भी ज्यादा है।
पहले चरण में महिला उम्मीदवार
पहले चरण में 15 महिला उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतरी हैं। भाजपा ने दो और कांग्रेस ने 4 महिला उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने का मौका दिया है। जदयू ने एक और एनपीपी ने 3 महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। एनसीपी ने 2 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है जबकि 2 महिला उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरी हैं।