बड़े आतंकी हमले का अलर्ट: चुनावों से पहले देश दहलाने की खौफनाक साजिश, सेना के जवानों पर बंदूक की नोंक
Manipur : पिछले हफ्ते असम राइफल्स के जवानों पर आतंकी हमला हुआ था। ऐसे में अब खुफिया एजेंसी की तरफ से बड़ी जानकारियां सामने आ रही हैं।
Manipur : मणिपुर में पिछले हफ्ते असम राइफल्स के जवानों पर आतंकी हमला हुआ था। ऐसे में अब खुफिया एजेंसी की तरफ से बड़ी जानकारियां सामने आ रही हैं। एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार, 46 असम राइफल्स पर बीते दिनों जो हमले हुए थे, उसमें पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) का उग्रवादी भी घायल हो गया था। इस आतंकी हमले में एक कमांडिंग अफसर, उनकी पत्नी-बेटे समेत चार जवानों की मौत हो गई थी। इस उग्रवादी के बारे में इनपुट इकट्टठा किए जा रहे हैं।
ऐसे में हमले के बारे में मिली खुफिया जानकारी के अनुसार, मणिपुर में हमले में जो उग्रवादी घायल हुआ था, वह इंफाल घाटी के मैतेयी अलगाववादी ग्रुप से जुड़ा हुआ है। लेकिन इस उग्रवादी के ठिकाने का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
चुनाव से पहले हमले की आशंका
सूत्रों से सामने आई जानकारी में बताया जा रहा है कि उग्रवादी के मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में छिपे ही संभावना है। यहां पर ये जगह म्यांमार सीमा से लगती है। उग्रवादी का पता लगाने के लिए कई टीमें जुटी हुई हैं।
चुनावी तैयारियों के दौरान सेना को सतर्क करते हुए खुफिया एजेंसियों से सामने आई जानकारी के मुताबिक, विप्लव त्रिपाठी के काफिले को निशाना बनाने के लिए 7 आईईडी विस्फोटकों का उपयोग किया गया था। बीते हफ्ते हुए इस हमले में जवानों और उग्रवादियों में ताबड़तोड़ गोलाबारी भी हुई थी।
साथ ही खुफिया सूत्रों का ये भी कहना है कि अब पीएलए इसी तरह के और हमले की करने की प्लानिंग कर सकता है। जबकि एमएनपीएफ और पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेईपेक जैसे तमाम संगठन भी इसी तरह के हमले करने की साजिश रच रहे हैं। इन साजिशों में दुश्मन सुरक्षा बलों को अपना निशाना बना सकते हैं। वहीं ये भी संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी पीएलए सुरक्षा बलों को अपना निशाना बना सकता है।
मणिपुर आतंकी हमला
गौरतलब है कि मणिपुर में सेना के जवानों पर आतंकी हमले (militant attack) के खिलाफ देशभर में गुस्सा है। इस हमले में असम राइफल्स (Assam Rifles) के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी (Commanding Officer Major Biplab Tripathi) समेत पांच जवान शहीद हो गए। यही नहीं आतंकियों ने कर्नल विप्लव (Commanding Officer Major Biplab Tripathi) के साथ मौजूद उनकी पत्नी और 8 साल के मासूम बेटे को भी गोलियों से छलनी कर दिया।
इस हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (MNPF) ने ली थी। आतंकी हमले से पूरा देश आक्रोशित है। वहीं, मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह (Manipur CM N Biren Singh) पहले ही कह चुके हैं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि ये संयुक्त बयान उप प्रचार सचिव रोबेन खुमान (Deputy Publicity Secretary Robben Khuman) और थॉमस नुमाई द्वारा दिया गया है। उनकी तरफ से इस हमले की पूरी जिम्मेदारी ले ली गई है। अब सरकार कब और किस तरह से इस संगठन के खिलाफ कार्रवाई करती है, ये आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।
म्यांमार से सटे मणिपुर के चूराचांदपुर जिले में 46 असम राइफल्स (Assam Rifles) के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी (Commanding Officer Major Biplab Tripathi) को निशाना बनाया गया और उनके काफिले पर ये जानलेवा हमला हुआ।
ये हमला भी तब हुआ जब 46 असम राइफल्स (46 Assam Rifles) के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी (Commanding Officer Major Biplab Tripathi) फॉरवर्ड कैंप से वापस लौट रहे थे। उस समय उनके काफिले में उनका परिवार भी मौजूद था, लेकिन क्योंकि आतंकियों को उनकी मूवमेंट की पूरी जानकारी थी।
ऐसे में एक तय रणनीति के तहत सिंघाट में उनके काफिले को निशाना बनाया गया और ये बड़ा हमला हो गया। आतंकियों ने पहले आईईडी बलास्ट किया और फिर काफिले में चल रही गाड़ियों पर अधांधुंध फायरिंग कर दी। हमले की प्लानिंग इतनी पुख्ता थी कि किसी को संभालने का मौका नहीं मिला। कर्नल विपल्व त्रिपाठी (Commanding Officer Major Biplab Tripathi), इनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी और आठ साल के बेटे आशीष ने मौके पर ही दम तो़ड़ दिया।