UP Nikay Chunav 2023: नगर निकाय चुनाव में महिलाओं के प्रत्याशी बनाने में तो रालोद अव्वल है
UP Nikay Chunav 2023: मेरठ नगर निगम की ही बात करें तो महापौर का टिकट बेशक महिला के हिस्से में नहीं आया। लेकिन,पार्षदों के टिकट दिल खोलकर महिलाओं को दिए गए हैं।
UP Nikay Chunav 2023: सपा के साथ गठबंधन कर प्रदेश की राजनीति में अपने पांव जमाने में जुटा राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने नगर निकाय चुनाव में महिलाओं को अधिक टिकट देकर नया प्रयोग किया है। इस रणनीति के तहत नगर निगम में पार्षद और नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत में सदस्य के पदों पर महिलाओं को खासी वरीयता दी गई है। मेरठ नगर निगम की ही बात करें तो महापौर का टिकट बेशक महिला के हिस्से में नहीं आया। लेकिन,पार्षदों के टिकट दिल खोलकर महिलाओं को दिए गए हैं। आलम यह है कि मेरठ नगर निगम चुनाव में रालोद की 61.90 फीसदी महिला उम्मीदवार हैं।
दरअसल, पार्टी अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी महिलाओं की राजनीतिक हिस्सेदारी बढ़ाने पक्ष में हैं। उनके निर्देश पर पार्टी ने खुद ऐसी महिलाओं से संपर्क साधा जो चुनाव में पार्षद या सदस्य के पदों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक थीं। इसके लिए पार्टी ने बकायदा एक मोबाइल नंबर (8527888807) जारी कर चुनाव लड़ने की इच्छुक महिलाओं से इस नंबर पर मिस्ड कॉल करने को कहा गया । पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीषा अहलावत को महिला दावेदारों से संपर्क साधने की जिम्मेदारी दी। नतीजा यह है कि 90 वार्डों वाले मेरठ नगर निगम में रालोद उम्मीदवार के रुप में कुल 13 महिलाएं चुनावी मैदान में हैं। जो कि कुल उम्मीदवारों का 61.90 फीसदी है।
रालोद ने कुल 21 वार्डों पर अपने उम्मीदवार उतारे
गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव में रालोद ने कुल 21 वार्डों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें आठ पुरुष उम्मीदवार हैं। शेष 13 महिला उम्मीदवार हैं। वहीं सत्ताधारी दल भाजपा ने कुल 82 वार्डों पर इपने उम्मीदवार उतारें हैं जिनमें 54 पुरुष और 28 महिलाएं हैं। सपा ने 55 वार्डों पर पने उम्मीदवार खड़े किये हैं जिनमें 32 पुरुष और 23 महिलाएं हैं। बसपा ने 60 सीटों पर पने उम्मीदवार खड़े किये हैं जिनमें 35 पुरुष और 25 महिलाएं हैं। आम आदमी पार्टी ने 30 वार्डों पर उम्मीदवार खड़े किये हैं,जिनमें 16 पुरुष और 14 महिलाएं हैं। यानी भाजपा,सपा,कांग्रेस,बसपा और आम आदमी पार्टी जैसे प्रमुख दलों की बात करें तो इन सभी में केवल रालोद ने महिलाओं को सबसे अधिक टिकट दिए हैं। बहरहाल,अब यह देखने की बात होगी कि चुनाव में महिलाओ के अधिक टिकट देने की रालोद की इस रणनीति के क्या परिणाम निकलते हैं।