सर्वदलीय बैठक में मायावती का न जाने का तर्क, झूठ का पुलिंदा है: भाजपा
शुक्ल ने मायावती को याद दिलाते हुए कहा कि एक राजनैतिक दल के द्वारा ई.वी. एम. हैक करने के आरोप पर जब चुनाव आयोग ने सभी दलों के प्रतिनिधियों को बुलाया था तो आप या बसपा का कोई प्रतिनिधि उस बैठक में नहीं गया था। इसलिए ये कहना कि यदि ई.वी. एम. पर बैठक होती तो मैं जाती-यही वास्तविक ढकोसला है।
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने बसपा सुप्रीमों मायावती के ‘‘एक देश एक चुनाव‘‘ पर दिये गए बयान पर तंज कसते हुए कहा कि जिनकी पार्टी के अन्दर ही लोकतंत्र नहीं है वहीं आज लोकतंत्र बचाने को दुहाई दे रही है। प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में मायावती का न जाने का तर्क झूठ का पुलिंदा है।
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शुक्ल ने मायावती को याद दिलाते हुए कहा कि एक राजनैतिक दल के द्वारा ई.वी. एम. हैक करने के आरोप पर जब चुनाव आयोग ने सभी दलों के प्रतिनिधियों को बुलाया था तो आप या बसपा का कोई प्रतिनिधि उस बैठक में नहीं गया था। इसलिए ये कहना कि यदि ई.वी. एम. पर बैठक होती तो मैं जाती-यही वास्तविक ढकोसला है।
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प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि एक ओर मायावती जी लोंकतत्र की दुहाई दे रही है वहीं दूसरी तरफ सर्वदलीय बैठक जैसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में भाग नहीं ले रही है। आपके पास एक देश एक चुनाव से असहमति के ठोस तर्क थे तो आपको फोरम पर उनको आॅन रिकार्ड रखना चाहिए था।
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श्री शुक्ला ने मायावती के बयान ‘‘जनता का विश्वास काफी चिन्ताजनक स्तर तक घट गया है‘‘ पर सवाल करते हुए पूछा कि 17वीं लोकसभा में सर्वाधिक मतदान हुआ है क्या ज्यादा मतदान होना घटते विश्वास का प्रतीक है?
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि दरसल बसपा समेत अन्य विपक्षी दल अपनी हार का वास्तविक कारण का विश्लेषण नही कर रहे है बल्कि सरकार द्वारा जनहित एवं देशहित के कदम उठाने पर सवाल खड़ा कर अपनी हार की भड़ास निकाल रही हैं।