पोस्टमॉर्टम के बाद भी मृतक को जिंदा करने की कोशिश, फिर हुआ ऐसा
भारत में आज भी कुछ वर्ग तंत्र मंत्र जैसी चीजों पर अंधविश्वास करते हैं । एक तरफ हम नई तकनीकों से दुनिया को मात दे रहे हैं वही आज भी ओडिशा के नयागढ़ में कुछ ऐसे भी लोग जादू टोटके पर विशवास रखते हैं ।
नयागढ़: भारत में आज भी कुछ वर्ग तंत्र मंत्र जैसी चीजों पर अंधविश्वास करते हैं । एक तरफ हम नई तकनीकों से दुनिया को मात दे रहे हैं वही आज भी ओडिशा के नयागढ़ में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो जादू टोटके पर विशवास रखते हैं। ऐसा ही एक नज़ारा यहां देखने को मिला।
यहाँ एक गांव के लोगों ने एक मरे हुए शख्स को मंत्र-तंत्र से उसमें जान फूकने की कोशिश की। हैरान करने वाली बात यह है कि शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका था। 45 साल के इस मृतक की पहचान राबी नाहक बताई जा रही है। नाहक ने एक स्थानीय त्योहार 'डांडा नाचा' में हिस्सा लिया था। इससे जुड़ी परम्परा के मुताबिक, नाहक ने 36 घंटे तक कुछ नहीं खाया था। जिसके चलते वह काफी बीमार पड़ गया था। उसे जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, वहां उसने दम तोड़ दिया। मृत्यु के बाद शव का पोस्टमॉर्टम हुआ और जिसके बाद उसे करीबियों को सौंप दिया गया। जिसके बाद लोग उसे गांव ले आए।
मृतक की आत्मा को बुलाया
शव का अंतिम संस्कार करने के बजाए गांव वालों ने एक झाड़-फूंक करने वाले को बुला लिया। उसने मंत्रों के साथ मृतक की आत्मा को बुलाना शुरू किया । गांव वालों और नाहक के घरवालों ने भी इस भरोसे में प्रार्थना करनी शुरू कर दी कि देवी काली और भगवान शिव, मृतक को माफ करेंगे और वो दोबारा जी उठेगा । लेकिन साडी कोशिशों के बाद भी शव में जान ना फूक सके जिसके बाद सोमवार शाम गांव वालों ने नाहक का अंतिम संस्कार किया।
इस मामले पर नयागढ़ के सीडीएमओ डॉ. शक्ति प्रसाद मिश्रा ने बताया कि नाहर की मौत डिहाईड्रेशन के चलते हुई जो हीट-स्ट्रोक से हुई थी ।
वही एडीएसपी उमाकांत मलिक का कहना है कि उन्होंने इस मामले पर केस दर्ज कर पोस्टमॉर्टम कराया, जिसके बाद शव को घरवालों के हवाले कर दिया गया था । उनका कहना है कि इस मामले कि आगे जांच की जा रही है।