Tezaab: जब बुर्का पहन अपनी फ़िल्म देखनी पड़ी माधुरी दीक्षित को

Tezaab: निर्देशक एन चंद्रा के निर्देशन में 1988 में बनी यह फिल्म इस साल की ब्लॉक ब्लास्टर साबित हुई। 11 नवंबर, 1988 को रिलीज हुई ।

Update:2023-05-20 20:37 IST
Tezaab (photo: social media)

Tezaab: अस्सी के दशक में जब श्रीदेवी जयाप्रदा और मीनाक्षी समेत अन्य दक्षिण भारतीय अभिनेत्रियों का जादू हिंदी भाषी फिल्म प्रेमियों के सिर चढ़कर बोल रहा था । तभी इस दशक के खत्म होते होते मुंबईया अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का फिल्म तेजाब में आगमन हुआ। इससे पहले माधुरी दीक्षित राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म अबोध (1986) में आ चुकी थीं। लेकिन यह फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई। अबोध' के बाद माधुरी की 'स्वाति', 'मानव हत्या', 'हिफाजत' और 'उत्तर दक्षिण' नाम की फिल्में रिलीज हुईं, जो बॉक्स ऑफिस पर पिट गईं। जिसके कारण माधुरी का कैरियर डगमगा चुका था । पर निर्देशक एन चंद्रा के निर्देशन में 1988 में बनी यह फिल्म इस साल की ब्लॉक ब्लास्टर साबित हुई। 11 नवंबर, 1988 को रिलीज हुई ।

यह फिल्म देश के हर थियेटर्स में 50 सप्ताह तक चली और उस साल की सबसे अधिक कमाई वाली फिल्म साबित हुई। इस फिल्म के बाद निर्माता निर्देशकों की माधुरी को साइन करने के लिए उनके घर में लंबी लाइन लगने लगी।

प्रेम कहानी को हिंसात्मक तरीके से पेश किया

फिल्म की खासियत यह थी कि पहली बार किसी प्रेम कहानी को हिंसात्मक तरीके से पेश किया गया था। संगीतकार लक्ष्मी कांत प्यारे लाल के संगीत से सजी इस फिल्म के लाखो कैसेट्स बिक गए। फिल्म को सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता अभिनेत्री के अलावा अलका याज्ञनिक को सर्वश्रेष्ठ फीमेल सिंगर का अवार्ड भी मिला था। कुल मिलाकर फिल्म को लगभग आधा दर्जन फिल्मफेयर अवार्ड मिले।

अनिल कपूर को किया गया फिल्म का कास्ट

फिल्म में आदित्य पंचोली को लिया जा रहा था । पर बाद में अचानक निर्देशक एन चंद्रा ने अनिल कपूर को सुभाष घई की मेरी जंग में देखकर कास्ट कर लिया।इस फिल्म से चंकी पांडे, सुरेश ओबेरॉय और लोटिया पठान (विलेन) के तौर पर किरण कुमार का नया रूप दर्शको को खूब पसंद आया।

माधुरी दीक्षित ने अपनी साल 1988 में आई फिल्म 'तेजाब' (Tezaab) से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया, जब उन्हें मजबूरी में बुर्का पहनना पड़ा था। वह फिल्म को मिल रहे रिस्पॉन्स को अपनी आंखों से देखना चाहती थी तो इसके लिए उन्होंने एक फैसला लिया और बुर्का पहनकर थियेटर में पहुंच गई। लेकिन जैसे ही एक दो तीन चार गाना शुरू हुआ दर्शक सिक्के फेंकने लगे। एक सिक्का माधुरी के सिर पर लगा तो वहां से जाने लगी।

माधुरी के पीछे दर्शक दौड़े

इसी बीच किसी दर्शक ने माधुरी को देख लिया फिर तो माधुरी ..माधुरी कहकर दर्शक उनके पीछे दौड़े ।फिर किसी तरह से माधुरी खुद को बचा सकी। इसी तरह शूटिंग के दौरान जब "सो गया ये जहां" की शूटिंग खत्म करने के बाद सभी कलाकार कुछ खाने के लिए पास के एक होटल में गए। चूंकि रात बहुत हो चुकी थी और उन्हें बहुत भूख लगी थी। अनिल कपूर बिना मेक अप हटाए जैसे ही वे लॉबी में दाखिल हुए, उन्हें खून से लथपथ देखकर सभी घबरा गए। होटल के कर्मचारी यह पूछने के लिए दौड़े आए कि क्या उन्हें डॉक्टर को बुलाना चाहिए और स्थिति समझने के बाद ही वे सब शांत हुए। खास बात यह गाना भी फिल्म में पहले काट दिया गया था फिर एन चंद्रा की जिद पर प्रोड्यूसर तैयार हुए।

फिल्म की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तेजाब फिल्म के रीमेक के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन कहा जा रहा है कि इस फिल्म में रणवीर सिंह और जान्हवी कपूर लीड रोल में नजर आएंगे।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं ।)

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