अजित ने दिए महागठबंधन के संकेत, कहा- लोहिया-चौधरी के अनुयायी एक मंच पर आएं

Update: 2016-09-24 10:37 GMT

लखनऊ: यूपी में एक ओर कांग्रेस अपनी किसान यात्राओं के जरिए आम जनता को झकझोरने की कोशिश कर रही है। वहीं सपा रथ यात्रा शुरू करने जा रही है। अब इसी कड़ी में अगला नाम राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) का है।

रालोद के मुखिया अजित सिंह ने यह कहकर राज्य की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है कि राममनोहर लोहिया और चौधरी चरण सिंह के अनुयायियों को एक मंच पर आना चाहिए। सिंह के इस बयान ने यूपी की सियासत में एक नए मोर्चे के संकेत दिए हैं।

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मतभेद भुलाकर एक मंच पर जुटें

अजित सिंह ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा है कि यूपी डॉ. लोहिया और चौधरी चरण सिंह दोनों महापुरुषों की जन्म एवं कर्मभूमि है। अगले साल होने वाला विधानसभा के चुनाव नजदीक है। समय का तकाजा है कि डॉ. लोहिया और चौधरी साहब के नेतृत्व एवं नीतियों में विश्वास रखने वाले दल और व्यक्ति के समूह एक साथ मिलकर काम करें। आपसी मतभेदों को भुलाकर एक मंच पर जुटें।

नीतीश की तारीफ की

अजित सिंह ने बिहार के सीएम् नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, चौधरी साहब ने भी इनके काम की प्रशंसा की थी। अजित सिंह ने इस दौरान शरद यादव का भी जिक्र किया।

राष्ट्रीय संकट की घड़ी में करें एक साथ काम

अजित सिंह ने आगे कहा, कि 'मैं समान विचारधारा वाले दलों और लोगों से अनुरोध करता हूं कि राष्ट्रीय संकट की इस घड़ी में एक साथ काम करने का संकल्प लें। ताकि आगामी चुनावो में किसानों, अल्पसंख्यकों और पिछड़ों को उनका हक दिलाने में एक कारगर मंच मुहैया हो सके।

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अजित सिंह ने ये भी कहा:-

-डॉ. लोहिया और चौधरी चरण सिंह उम्र भर जिन वर्गों के लोगों के लिए संघर्षरत रहे। उनके प्रयास से किसानों, पिछड़े और वंचित समाज के लोगों को भागीदारी मिली।

-आज वे उपेक्षित हैं। मौजूदा समय में आज किसान की दुर्गति है।

-सबसे ज्यादा आत्महत्या इन्हीं समूह के लोगों ने की है।

-लाभकारी मूल्य तो दूर, लागत मूल्य भी मिलना दूभर हो गया है।

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