Sansad News: राहुल गांधी ने कर दी ऐसी मांग, फूल जाएंगे बीजेपी के हाथ-पांव!
Sansad News: संसद में हाल ही में हुए धक्का-मुक्की कांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जबरदस्त कदम उठाया। उन्होंने इस मामले से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज जारी करने की मांग की है, जो बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है।
Sansad News: संसद में हाल ही में हुए धक्का-मुक्की कांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जबरदस्त कदम उठाया। उन्होंने इस मामले से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज जारी करने की मांग की है, जो बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है। गुरुवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर सीधा हमला बोला। उनका आरोप था कि संसद में हुई यह घटना, आडाणी मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी की सोची-समझी साजिश का हिस्सा है।
जब एक पत्रकार ने पूछा कि क्या आप संसद परिसर में मौजूद सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग करेंगे, तो राहुल गांधी ने बिना झिझक जवाब दिया, "बिल्कुल! हम चाहते हैं कि वो तुरंत सीसीटीवी फुटेज जारी करें, ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके और हर किसी को असलियत का पता चल सके।" इस बयान के बाद बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि राहुल गांधी का सीधा उद्देश्य अब पूरी घटना का सच उजागर करना है।
अडाणी मामले को छुपाने की कोशिश
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज एक संयुक्त प्रेस वार्ता में बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि संसद में अडानी के मामले पर चर्चा रोकने की पूरी कोशिश की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने इस मुद्दे पर ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर कदम उठाए। राहुल गांधी ने गृहमंत्री द्वारा आंबेडकर पर दिए गए बयान की भी कड़ी आलोचना की। उनका कहना था कि बीजेपी की सोच आंबेडकर विरोधी है, और पार्टी इस तरह के बयान देकर भारतीय समाज में विभाजन पैदा कर रही है।
राहुल गांधी ने आगे बताया कि जब वह शांति से संसद में जाने का प्रयास कर रहे थे, तो बीजेपी के सांसद सीढ़ियों पर डंडे लेकर खड़े थे और उन्हें संसद में प्रवेश करने से रोक रहे थे। राहुल गांधी ने इस घटना को 'नया डिस्ट्रैक्शन' बताते हुए कहा कि बीजेपी की ये हरकतें उनकी असली मुद्दों से ध्यान हटाने के प्रयास हैं। राहुल गांधी ने गृहमंत्री से इस्तीफा देने और आंबेडकर के अपमान के लिए सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।