Politics: राहुल गांधी के परभणी दौरे पर भड़कीं मायावती, बोलीं-घड़ियाली आंसू बहा रही कांग्रेस
Politics: उन्होंने कहा है कि डा. भीमराव अम्बेडकर का अनादर/अपमान व उनके करोड़ों अनुयाइयों के प्रति हीन भावना का दुखद परिणाम है परभणी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं। इससे यह साबित होता है कि कांग्रेस और भाजपा आदि कोई इनका सच्चा हितैषी नहीं सबकी नीयत, नीति में खोट।
Politics: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के परभणी दौरे को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही।
बसपा सुप्रीमो ने एक्स पर ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि भारतीय संविधान के मूल निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का अनादर/अपमान व उनके करोड़ों अनुयाइयों के प्रति हीन भावना का दुखद परिणाम है परभणी जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुईं। इससे यह साबित होता है कि कांग्रेस और भाजपा आदि कोई इनका सच्चा हितैषी नहीं सबकी नीयत, नीति में खोट।
कांग्रेस को केवल बुरे समय में आती है दलित-पिछड़ों की याद
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि परभणी घटना को लेकर कांग्रेसी नेता का आज दौरा घड़ियाली आँसू है, क्योंकि बाबा साहेब के जीतेजी व उनके देहान्त के बाद भी कांग्रेस का उनके व उनके अनुयाइयों के हित व कल्याण के प्रति रवैया हमेशा जातिवादी व तिरस्कारी ही रहा है। इनको दलित-पिछड़ों की याद केवल इनके बुरे समय में आती है।
छलावापूर्ण राजनीति करने वालों से सावधानी जरूरी
वहीं इसी क्रम में बीएसपी केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में बाबा साहेब विरोधी टिप्पणी को वापस लेने की माँग को लेकर मंगलवार को देश भर में जिला मुख्यालयों पर शान्तिपूर्ण धरना-प्रदर्शन को सफल बनाने की सर्वसमाज से अपील की है। बाबा साहेब के नाम पर छलावापूर्ण राजनीति करने वालों से सावधानी जरूरी।
उन्होंने कहा कि बीएसपी का अम्बेडकरवादी आत्म-सम्मान का मूवमेन्ट बहुजन समाज को वोट के माध्यम से शासक वर्ग बनाने का राजनीतिक मिशन है जबकि दूसरी पार्टियाँ केवल इनके वोटों के स्वार्थ की खातिर अम्बेडकरवादी होने का ढोंग करती रहती हैं। दलित/बहुजन के हितों में इनके मुंह में राम बगल में छुरी जैसा है।
मायावती बाबा साहेब को लेकर भाजपा पर खासा नाराज दिख रही हैं। उनकी पार्टी मंगलवार को अमित शाह की टिप्पणी को लेकर धरना-प्रदर्शन कर अपना विरोध जताएगी और अमित शाह द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को वापस लेने की मांग करेगी।