कांग्रेस में 'गद्दार': आवाज उठाने वालों को मिला 'जयचंद' का तमगा, दुखी हुए वरिष्ठ नेता

कांग्रेस नेतृत्व पर चिट्ठी लिखने वाले नेताओं की आलोचना होने पर कपिल सिब्बल ने अफ़सोस जताया। उन्होंने कहा कि आवाज उठाने वालों को 'जयचंद' और 'गद्दार' कहा गया।

Update: 2020-08-29 13:57 GMT
कांग्रेस नेतृत्व पर चिट्ठी लिखने वाले नेताओं की आलोचना होने पर कपिल सिब्बल ने अफ़सोस जताया। उन्होंने कहा कि आवाज उठाने वालों को 'जयचंद' और 'गद्दार' कहा गया।

नई दिल्ली: कांग्रेस के नेतृत्व को लेकर वरिष्ठ नेताओं के चिट्ठी विवाद के बाद घमासान लगातार जारी है। चिट्ठी लिखने वाले नेताओं की आलोचना होने पर वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने अफ़सोस जताया। उन्होंने कहा कि आवाज उठाने वालों को यहां 'जयचंद' और 'गद्दार' कहा जाता है।उन्होंने चिट्ठी में सहमति देने वाले और हस्ताक्षर करने वाले नेताओं का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्होंने पूरी शिद्द्त से अपनी बात कही लेकिन इसे पार्टी विरोधी करार दे दिया गया।

कांग्रेस को रिवाइवल प्लान की जरूरत :

कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस को अब बदलने की जरूरत है। पार्टी के रिवाइवल प्लान के लिए कुछ अहम मुद्दों को चिट्ठी में उठाया गया। कांग्रेस ऐतिहासिक तौर पर काफी निचले पायदान पर आ गयी है। ऐसे में ये चिट्ठी बदलाव और पार्टी को सही दिशा में ले जाने के लिए लिखी गयी थी, लेकिन लोगो ने ये चिट्ठी बिना पढ़े मनगढ़त बाटे बना दी। अगर चिट्ठी पढ़ते तो समझ आता कि ये किसी को निचा दिखाने या गाँधी परिवार की छवि खराब करने के लिए नहीं लिखी गयी थी।

हमने नेतृत्व की तारीख की

उन्होंने कहा कि चिट्ठी में हमने नेतृत्व की तारीख की। सोनिया गांधी के योगदान को सराहा लेकिन अब कुछ बदलाव की जरूरत है, जिसका सुझाव दिया गया।

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सिब्बल ने कहा है कि पार्टी की प्रतिष्ठा को लेकर हमने 30 साल तक काम किया। मै कांग्रेस के संविधान से पूरी तरीके से परिचित हूँ। पत्र में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, वो अब तक कभी नहीं हुआ था। ऐसे में इसपर विचार की जरूरत है। हमारी ड्यूटी है कि हम पार्टी के संविधान का पालन करें। सिब्बल में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग में पत्र पर हुई आलोचना पर दुःख व्यक्त किया।

चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वालों को गद्दार कहा

उन्होंने कहा कि चिठ्ठी की मंशा को गलत समझते हुए 'जयचंद' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया। चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वालों को गद्दार बताने से पहले उन्हें पत्र की भाषा और शब्द देखने चाहिए था, तब उन्हें पता चलता है कि ये चिट्ठी कांग्रेस को मजबूत करने और पार्टी में नई ऊर्जा भरने को लेकर है।

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