कांग्रेस ने अदिति सिंह को जारी किया कारण बताओ नोटिस, ये है पूरा मामला
अदिति ने कहा कि वह अपने पिता की सोच के मुताबिक राजनीति कर रही है और उन्होंने मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा-370 व 35ए को हटाये जाने का भी स्वागत किया था। अब पार्टी जो फैसला लेगी वह उन्हे मंजूर होगा।
लखनऊ: कांग्रेस की रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह का महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आयोजित विधानमंडल के विशेष सत्र में पार्टी लाइन के विपरीत जाकर शामिल होना उनकी पार्टी को रास नहीं आया।
कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने विधायक अदिति सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करके दो दिन के भीतर जबाब देने को कहा है।
विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू व विधायक दल की उप नेता आराधना मिश्रा ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि पार्टी की ओर से बीती दो अक्टूबर को व्हिप जारी करके सदन का बहिष्कार करने का निर्देश जारी हुआ था।
लेकिन रायबरेली की सदर विधायक अदिति सिंह ने सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया और सदन को सम्बोधित भी किया। यह पार्टी के विरुद्ध अनुशासनहीनता है।
विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू व उपनेता आराधना मिश्रा ने कहा कि रायबरेली विधायक अदिति सिंह उसूलों, नैतिकता और विचारों की बात करती हैं तो पार्टी से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ें, न कि पार्टी में रह कर अनुशासनहीनता करें।
पार्टी की लाइन और उसूल नहीं मानने वाले विधायक को उसूल और सिद्धांत पर बात करने का क्या अधिकार है? उनमें यदि जरा सी भी नैतिकता है तो पहले पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दें और फिर भाजपा की गोद में बैठकर नैतिकता की लफ्फाजी करें।
अदिति सिंह ने 2 अक्टूबर को उठाया था ये बड़ा कदम
बताते चले कि कांग्रेस की अदिति सिंह ने दो अक्टूबर को प्रियंका गांधी के नेतृत्व में राजधानी लखनऊ में ही पदयात्रा का कार्यक्रम था लेकिन अदिति उसमे शामिल नहीं हुई और शाम को वह पार्टी लाइन के खिलाफ विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल हुई।
अदिति ने विशेष सत्र में शामिल होने पर पार्टी को खुली चुनौती देते हुए यहां तक कह दिया कि उनकी पार्टी इसे जिस तरह से लेना चाहे ले सकती है लेकिन उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के विकास और हित को लक्ष्य मान कर विशेष सत्र में शामिल होने का फैसला लिया, जनता की आवाज उठाना मेरा फर्ज है।
अदिति ने कहा कि वह अपने पिता की सोच के मुताबिक राजनीति कर रही है और उन्होंने मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से धारा-370 व 35ए को हटाये जाने का भी स्वागत किया था। अब पार्टी जो फैसला लेगी वह उन्हे मंजूर होगा।
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