Rahul Gandhi Twitter: राहुल गांधी का ट्विटर प्लान, क्या है अनफॉलो करने के पीछे की वजह
राहुल गांधी ने मंगलवार को कई लोगों को ट्विटर पर अनफॉलो किया है। जिसकी वजह से वे चर्चा का विषय बने हुए हैं।
Rahul Gandhi Twitter: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। इसकी मुख्य वजह ये है कि राहुल गांधी ने मंगलवार को कई लोगों को ट्विटर पर अनफॉलो किया है। इनके द्वारा अनफॉलो किए गए लोगों में उनकी पार्टी के नेता, कुछ करीबी और कई पत्रकार भी शामिल हैं। और तो और वायनाड के सांसद ऑफिस में काम करने वाले कुछ लोग और दिल्ली में कार्य कर रहे वरिष्ठ पत्रकारों का नाम भी इसमें है।
ऐसे में सांसद राहुल गांधी के इस एक्शन को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं काफी तेज हैं और राजनीतिक गलियारों में भी राहुल गांधी के चर्चें जोरो-शोरों पर हैं।
बता दें, चर्चाओं का बाजार उस समय गर्म हुआ, जब कांग्रेस पार्टी के सूत्रों की तरफ से जानकारी दी गई कि ये एक एक्सरसाइज़ है, जिसमें राहुल गांधी का अकाउंट रिफ्रेश किया जा रहा है। इस पर जल्द ही कुछ लोगों की लिस्ट तैयार होगी, जिन्हें राहुल गांधी ट्विटर पर फॉलो करेंगे, इनमें कुछ लोग वो भी शामिल हो सकते हैं, जिन्हें अभी अनफॉलो किया है।
राहुल गांधी ने किया अनफॉलो
इसके बाद जब राहुल गांधी ने अचानक मंगलवार के दिन कई लोगों को अनफॉलो करना शुरू कर दिया, तो चर्चा ने रफ्तार पकड़ ली। इस बारे में हर कोई इसके अलग-अलग निष्कर्ष निकालने लगा। लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी की टीम जो नई लिस्ट तैयार कर रही है, उसमें नेता-पत्रकार और अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोग शामिल होंगे।
तो अब कांग्रेस की तरफ से भले ही कुछ सफाई दी जा रही हो, लेकिन राहुल गांधी के इस कदम से चर्चाओं का बाजार गर्मा गया है। वहीं उनके इस कदम को राहुल की भविष्य की रणनीति की तैयारी के लिहाज से भी देखा जा रहा है।
बता दें, राहुल गांधी बीते कुछ समय से ट्विटर पर आक्रामक रहे हैं। ऐसे में कोरोना काल के बीच उन्होंने ट्विटर के जरिए ही भाजपा सरकार पर हल्ला बोला है। साथ ही उनके विरोधियों ने लगातार उनपर ज्यादा एक्टिव होने को लेकर निशाना साधा है, तो वहीं सपोर्टर लगातार उनके साथ खड़े रहे।
अभी जल्द ही में राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट उस समय विवादों से घिर गया, जब उन्होंने कोविड को मोविड करार दिया और पीएम मोदी पर सीधे वार कर दिया।
भाजपा नेताओं ने इसपर कड़ी आपत्ति जताई और इस तरह की भाषा का प्रयोग ना करने को कहा। इस पर राहुल गांधी ने साफ किया कि कोरोना की दूसरी लहर के आने का कारण केवल नरेंद्र मोदी हैं, इसलिए कोविड का नाम मोविड किया गया है। राहुल गांधी अक्सर सोशल मीडिया पर अपने बयानों को लेकर चर्चा का विषय बने रहते हैं।
इससे पहले भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने देश में ब्लैक फंगस के मामलों को लेकर सवाल उठाया था। मंगलवार को केंद्र सरकार से राहुल गांधी ने सवाल किया कि वह उपचार मुहैया कराने की बजाय जनता को औपचारिकताओं में क्यों फंसा रही है ?
इस पर उन्होंने ट्वीट किया, ''ब्लैक फंगस महामारी के बारे में केंद्र सरकार स्पष्ट करे कि एम्फोटेरिसिन-बी दवाई की कमी के लिए क्या किया जा रहा है? मरीज़ को यह दवा दिलाने की क्या प्रक्रिया है? इलाज देने की बजाय मोदी सरकार जनता को औपचारिकताओं में क्यों फंसा रही है?''
ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी भारत में म्यूकोर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के मामलों में बढ़ोत्तरी और जरूरी दवा की कथित कमी को लेकर चिंता जाहिर की। इस पर सोनिया गांधी ने कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि इस बीमारी के मरीजों को राहत प्रदान करने के लिए तत्काल जरूरी कदम उठाए जाएं।
बता दें, इससे पहले भी कई बार राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के कर्तव्यों को लेकर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की 'शून्य टीका नीति' भारत माता के सीने में खंजर का काम कर रही है।
उन्होंने देश में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में बेरोजगारी के बढ़ने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। इस पर कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर दावा किया, ''मोदी सरकार की शून्य टीका नीति (ज़ीरो वैक्सीन पॉलिसी) भारत माता के सीने में ख़ंजर का काम कर रही है। दु:खद सच।'' महामारी के इस दौर में राहुल गांधी लगातार ट्वीटर पर एक्टिव बने हुए हैं।