कमलनाथ के इस महत्वपूर्ण फैसले को पलटने के लिए शिवराज सरकार ने की तैयारी

मध्य प्रदेश में ‘कन्यादान योजना’ को लेकर पूर्व की कांग्रेस और वर्तमान की बीजेपी सरकार में ठन गई है। मामला कन्यादान योजना के तहत दी जाने वाली राशि से जुड़ा हुआ है।

Update:2020-08-20 13:41 IST
मध्य प्रदेश में फिलहाल 38 जिला को-ऑपरेटिव बैंक हैं। इनमें से 34 में अध्यक्ष पद पर सांसद-विधायकों को बिठाया जा सकता है। संशोधन अध्यादेश लागू होने के बाद इसका रास्ता साफ हो गया है।

भोपालः मध्य प्रदेश में ‘कन्यादान योजना’ को लेकर पूर्व की कांग्रेस और वर्तमान की बीजेपी सरकार में ठन गई है। मामला कन्यादान योजना के तहत दी जाने वाली राशि से जुड़ा हुआ है।

कांग्रेस की सरकार में इस योजना के तहत 51 हजार रुपये की मदद की जाती थी लेकिन बीजेपी अब इस योजना के तहत 28 हजार रुपए ही देगी। सूत्रों की मानें तो शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार ने अपनी ‘कन्यादान योजना’ के तहत दी जाने वाली राशि को घटाने पर विचार कर रही है।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी कार्यकाल के दौरान इस राशि को 51 हजार तक बढ़ाया था, जिसे अब पलटने की बात राज्य के समाज कल्याण मंत्री ने कही है।

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क्या कहती है बीजेपी सरकार

इस पूरे मामले में राज्य के समाज कल्याण मंत्री प्रेम सिंह पटेल का कहना है कमलनाथ सरकार की तरफ से बढ़ाई गई राशि काफी अधिक है। इसलिए हम कन्यादान योजना के तहत दी जाने वाली 51 हजार रुपये की राशि को घटाने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि यह जरूरत से काफी अधिक है।

पटेल ने कमलनाथ पर वोट के लिए ऐसा करने का आरोप लगाया। मंत्री ने कहा, “पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ये राशि वोटर्स को लुभाने के लिए बढ़ाई थी, लेकिन लोगों को अभी तक इस राशि को पाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान की फोटो

कब शुरू हुई थी योजना

बता दें कि ये योजना पहली बार शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में शुरू हुई थी। 2006 में शुरू हुई कन्या विवाह/निकाह योजना के अंतर्गत जरूरतमंद लड़कियों के विवाह के लिए उन्हें 28 हजार रुपये दिए जाते थे। यह योजना सीएम शिवराज की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक रही है।

लेकिन जब मध्य में कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतकर आई और कमलनाथ की सरकार बनी तो उन्होंने इस राशि को बढ़ाकर 51 हजार रुपये किया था, जिसमें से 48 हजार रुपये लड़की को मिलते थे, जबकि 3 हजार रुपये शादी में खर्च के तौर पर दिए जाते थे।

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मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ की फाइल फोटो

कमलनाथ ने कही ये बात

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर राज्य सरकार ने इस राशि को घटाने का फैसला किया तो प्रदेश कांग्रेस के कार्यकर्ता पूरे राज्य में इसके खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।

कमलनाथ ने आरोप लगाया कि शिवराज प्रदेश की बेटियों का अहित कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “आप ख़ुद को मामा कहलवाते हो और आपकी सरकार भाँजियो का ही अहित करने में लग गयी है।

कैसे मामा हो आप? प्रदेश की बेटियों के हित में लिये गये हमारी सरकार के निर्णय को हम किसी भी सूरत में बदलने नहीं देंगे।”

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