मानवेंद्र सिंह बने सभापति, सपा बोली- बहुमत से डर गई भाजपा
विधान परिषद में प्रोटेम स्पीकर यानी उपसभापति के पद पर भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य मानवेंद्र ङ्क्षसह को शपथ दिलाई गई है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद का नया प्रोटेम स्पीकर मानवेंद्र सिंह को बनाया गया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को प्रोटेम स्पीकर को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई है। समाजवादी पार्टी ने इस नियुक्ति का विरोध किया है और कहा कि विधान परिषद में बहुमत नहीं होने से डरी भाजपा ने बेईमानी की है।
ये भी पढ़ें:हाइवे पर लाश देख रुक गई गाड़ियां, तत्काल पहुंची कानपुर देहात पुलिस
समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की थी
विधान परिषद में प्रोटेम स्पीकर यानी उपसभापति के पद पर भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधान परिषद सदस्य मानवेंद्र ङ्क्षसह को शपथ दिलाई गई है। विधान परिषद के सभापति रमेश यादव का कार्यकाल आज पूरा हो रहा है। परिषद में प्रोटेम स्पीकर पद पर स्थापित नियम व परंपरा के अनुसार तैनाती की मांग को लेकर एक दिन पहले समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की थी। सपा ने उनसे अनुरोध किया था कि विधान परिषद में सभापति का चुनाव नहीं होने की स्थिति में सदन के वरिष्ठतम सदस्य को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाए जाने की परंपरा है। इसी के अनुरूप व्यवस्था दी जानी चाहिए।
राज्यपाल की ओर से परंपराओं का पालन किया जाएगा
कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने भी एक बयान जारी कर कहा था कि राज्यपाल को पूर्व स्थापित नियम व परंपरा के अनुसार ही प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राज्यपाल की ओर से परंपराओं का पालन किया जाएगा।
इसके बावजूद रविवार को जब नए प्रोटेम स्पीकर को शपथ दिलाई गई तो समाजवादी पार्टी ने राजभवन पर भी निशाना साधा। सपा के विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन ने कहा कि विधान परिषद में अब भी सपा का बहुमत है। इस बहुमत से भाजपा डरी हुई है। उसे मालूम है कि सभापति चुनाव में उसे जीत मिलने वाली नहीं है। इसलिए भाजपा की ओर से बेईमानी की जा रही है लेकिन राजभवन भी इस बेईमानी में शामिल हो जाएगा। इसकी उम्मीद नहीं थी।
ये भी पढ़ें:पंचायत का फरमान: जो किसान आंदोलन में नहीं जाएगा, भरेगा जुर्माना, होगा बहिष्कार
विधान परिषद में अब भी आधे से ज्यादा सदस्य समाजवादी पार्टी के हैं
इस बेईमानी के बावजूद भाजपा व राजभवन की नैतिक हार हुई है। उन्होंने कहा कि विधान परिषद में अब भी आधे से ज्यादा सदस्य समाजवादी पार्टी के हैं। ऐसे में चुनाव होता तो उसे करारी शिकस्त मिलती। प्रोटेम स्पीकर पद पर सदन के वरिष्ठतम सदस्य को शपथ दिलाई जा सकती है और भाजपा के पास ऐसा कोई भी वरिष्ठतम सदस्य नहीं है।
रिपोर्ट- अखिलेश तिवारी
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।