तो अब दलित कार्ड खेलकर अपने मतदाताओं को BJP का डर दिखा रही हैं बहन जी !

यूपी विधानसभा चुनाव में अब तक मुस्लिम कार्ड खेल रहीं बसपा प्रमुख ने सोमवार (27 फरवरी) को बहुत दिन बाद कुशीनगर में रैली करते हुए दलित कार्ड खेला और अपने मतदाताओं को बीजेपी का डर दिखाया।

Update:2017-02-27 16:20 IST
मऊ में बोलीं मायावती: अरे बबुआ तो आजकल साइकिल छोड़ खुद ही हाथी का प्रचार करने में जुटा है

Vinod Kapoor

कुशीनगर: यूपी विधानसभा चुनाव में अब तक मुस्लिम कार्ड खेल रहीं बसपा प्रमुख ने सोमवार (27 फरवरी) को बहुत दिन बाद कुशीनगर में रैली करते हुए दलित कार्ड खेला और अपने मतदाताओं को बीजेपी का डर दिखाया।

मायावती ने हेदराबाद के छात्र रोहित बेमुला की आत्महत्या और गुजरात के उना कांड का भी जिक्र किया। बसपा प्रमुख ने कहा यदि बीजेपी सत्ता में आ जाती है तो यूपी के हर जगहों पर उना कांड होगा और दलित युवकों को रोहित बेमुला की तरह आत्महत्या करनी होगी।

यह भी पढ़ें ... नीला झंडा देख कर भड़के आजम, अल्पसंख्यकों से कहा- BJP को वोट दे दो, लेकिन बसपा को न दो

बीजेपी को यूपी की सत्ता का इंतजार है ताकि आरक्षण को पूरी तरह खत्म किया जा सके।

मायावती बोलीं कि वो ये बात ऐसे ही नहीं कह रहीं बल्कि विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के बाद कह रहीं हैं कि बीजेपी सत्ता में आई तो आरक्षण पक्का खत्म हो जाएगा।

यह भी पढ़ें ... माया का शाह को जवाब, जब UP में BJP सरकार थी तब क्यों नहीं बहा दी दूध-घी की नदियां

लगता है कि मायावती को अपना दलित वोट बैंक खिसकता दिखाई दे रहा है इसलिए वो अपने ठोस वोट बैंक पर पूरी नजर बनाए हैं। मायावती अब तक अपनी हर सभाओं में मुस्लिमों को बसपा को वोट देने की अपील करती रही हैं।

चुनावी सभाओं में वो लगातार कहती रही हैं कि मुसलमान सपा को वोट देकर अपना वोट बर्बाद ना करें। यदि मुसलमानों का वोट सपा को मिला तो इसका फायदा बीजेपी को मिलेगा।

मायावती ने पूर्वांचल के चुनावी रंग को अपने रंग से रंगने के लिए कहा कि मुंबई में बीजेपी के साथी शिवसेना पूर्वांचल के लोगों से सौतेला व्यवहार करते हैं उसका बदला पूर्वांचल के लोग लेंगे।

यह भी पढ़ें ... मायावती बोलीं- मुस्लिम समाज अब नहीं रहा सपा का गुलाम, आजम खान बबुआ का चाटुकार

वैसे भी विधानसभा का ये चुनाव मायावती के लिए जीवन मरण का सवाल है। यदि वो हार जाती हैं तो विधानसभा का लगातार दूसरा चुनाव होगा जिसमें उन्हें हार मिलेगी।

लोकसभा के 2014 के चुनाव में तो बसपा एक भी सीट नहीं जीत सकी थी। बसपा का दलित वोट बीजेपी ले गई थी, इसीलिए उसे 80 में से 71 सीटें मिल गई थीं। दो सीटों पर बीजेपी के सहयोगी अपनादल ने कब्जा जमाया था।

Tags:    

Similar News