महाराष्ट्र में खिचड़ी: मोदी-पवार की मुलाकात खत्म, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
हालांकि कहा जा रहा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार की प्रधानमंत्री मोदी से यह मुलाकात महाराष्ट्र में किसानों की समस्या को लेकर हो रही है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है। देश के 2 बड़े नेताओं के बीच करीब आधे घंटे की मुलाकात हुई।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजे आए करीब 26 दिन हो गए लेकिन अभी तक सरकार गठन नहीं हो पाई है, नतीजन राष्ट्रपति शासन भी लग गया है। हालांकि नयी सरकार के गठन के लिए राजनीतिक पार्टियां पूरे दमखम के साथ लगी हुई हैं।
शरद पवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात
इन सबके बीच अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।इनके बीच करीब आधे घंटे की मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बीच में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बुलाया गया था। जबकि राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर को लेकर भाषण देने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस बैठक में शामिल हुए थे। हालांकि कुछ देर में ही अमित शाह वह बाहर निकल आए। फिलहाल पीएम मोदी और शरद पवार के बीच बैठक खत्म हो गई है। शरद पवार के इस मुलाकात के कई मायने लगाए जा रहे हैं।
हालांकि कहा जा रहा है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार की प्रधानमंत्री मोदी से यह मुलाकात महाराष्ट्र में किसानों की समस्या को लेकर हो रही है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर खूब चर्चा हो रही है। देश के 2 बड़े नेताओं के बीच करीब आधे घंटे की मुलाकात हुई। बता दें कि इससे पहले संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री ने एनसीपी की तारीफ भी की थी। कुछ राजनीतिज्ञों का मानना है कि एनसीपी के साथ मिलकर भाजपा महाराष्ट्र में सरकार बनाने के दावे भी पेश कर सकती है।
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इस बीच, मंगलवार दोपहर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और एके एंटनी ने सोनिया से मुलाकात कर महाराष्ट्र से जुड़ी स्थिति के बारे में अवगत कराया। राकांपा के नेता नवाब मलिक ने कहा कि कांग्रेस नेता पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती से जुड़े कार्यक्रमों में व्यस्त हैं और ऐसे में उन्होंने यह बैठक बुधवार को करने का आग्रह किया।
दिसंबर में शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बन जाएगी: संजय राउत
दिल्ली में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि महराष्ट्र में अगले महीने की शुरुआत में शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बन जाएगी जो स्थिर सरकार होगी। राउत ने कहा कि सरकार गठन को लेकर शिवसेना में कोई भ्रम नहीं है, लेकिन मीडिया भ्रम फैला रहा है। वहीं शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में तल्ख तेवरों में भाजपा पर लगातार हमले कर रही है।
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बता दें कि 24 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से सरकार गठन को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही और फिर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला था, लेकिन ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद पर शिवसेना के दावे के बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए।