Prashant Kisor news: प्रशांत किशोर के फिर कांग्रेस के साथ काम करने की अटकलें, राहुल-प्रियंका से हुई मुलाकात
Prashant Kisor News: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मिलें। जिसके बाद आशंका जताया जा रहा कि प्रशांत एक बार फिर कांग्रेस के साथ काम कर सकते हैं।
Prashant kisor: चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के एक बार फिर कांग्रेस (Congress) के साथ जुड़ने की सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद इन अटकलों को काफी तेजी मिली है। कांग्रेस के जानकार सूत्रों ने इस मुलाकात की पुष्टि की है। माना जा रहा है कि प्रशांत किशोर इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा के चुनाव (Gujarat assembly elections) और उसके बाद 2024 के चुनावों में कांग्रेस के लिए काम कर सकते हैं।
पिछले साल हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने सियासी दलों के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम छोड़ देने की बात कही थी मगर अब माना जा रहा है कि वे कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम कर सकते हैं। हालांकि कांग्रेस की ओर से प्रशांत किशोर की राहुल व प्रियंका के साथ हुई बैठक के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया मगर कांग्रेस सूत्रों ने इस मुलाकात की पुष्टि की है।
गुजरात में पार्टी के लिए कर सकते हैं काम
एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक प्रशांत किशोर की कांग्रेस के साथ गुजरात अभियान को लेकर चर्चा हुई है। गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके लिए भाजपा (BJP) के साथ ही आप ने भी अपना अभियान शुरू कर दिया है। गुजरात की सत्ता पर लंबे समय से भाजपा काबिज है और कांग्रेस तमाम कोशिशों के बावजूद भाजपा के पांव नहीं उखाड़ सकी है।
प्रशांत किशोर और गांधी परिवार के बीच दो साल पहले 2020 में भी चुनावी रणनीति को लेकर व्यापक चर्चा हुई थी मगर आखिरकार पीके की गांधी परिवार के साथ सहमति नहीं बन सकी थी। गुजरात अभियान को लेकर यदि दोनों पक्षों के बीच सहमति बन गई तो माना जा रहा है कि 2024 की सियासी जंग में भी प्रशांत किशोर कांग्रेस की रणनीति बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
पीके के लिए बचा हुआ है स्कोप
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक प्रशांत किशोर के एक पूर्व सहयोगी सुनील कनुगोलू ने हाल में कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम शुरू किया है। पीके और कनुगोलू 2014 में कैग संगठन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक साथ काम कर चुके हैं। बाद में पीके ने अपना रास्ता अलग कर लिया था जबकि कनुगोलू भाजपा के अभियान के साथ जुड़े रहे थे। उन्होंने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के लिए काम किया था मगर अब वे कांग्रेस के साथ जुड़ गए हैं।
कनुगोलू के कांग्रेस के साथ जुड़ने के बाद पीके के लिए संभावनाएं धूमिल मानी जा रही थीं मगर कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि दोनों कांग्रेस के लिए काम कर सकते हैं क्योंकि कांग्रेस काफी बड़ी पार्टी है। कनुगोलू मुख्य रूप से कर्नाटक में कांग्रेस के चुनाव अभियान को गति देने की कोशिश में जुटे हुए हैं। ऐसे में गुजरात और अन्य जगहों पर पीके के लिए काफी स्कोप बचा हुआ है। जानकारों के मुताबिक कनुगोलू ने पीके के काम करने पर किसी भी प्रकार की दिक्कत न होने की बात भी गांधी परिवार को बताई है।
कांग्रेस को तुरंत शुरू करना होगा अभियान
प्रशांत किशोर का मानना है कि 2024 की सियासी जंग में भाजपा को चुनौती देने के लिए ज्यादा विलंब करने की जरूरत नहीं है बल्कि कांग्रेस को इस काम के लिए तुरंत ही जुटना होगा। हाल में पांच प्रदेशों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारा झटका लगा है और इनमें से चार राज्यों पर भाजपा ने कब्जा कर लिया है। पंजाब में कांग्रेस सत्तारूढ़ थी मगर इस बार आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल करते हुए कांग्रेस को काफी पीछे छोड़ दिया है।
कांग्रेस नेताओं का भी मानना है कि भाजपा को जवाब देने के लिए कांग्रेस को प्रभावी रणनीति बनानी होगी। उत्तराखंड में कांग्रेस से और भाजपा में कांटे का मुकाबला माना जा रहा था मगर चुनावी नतीजों में भाजपा ने कांग्रेस को बुरी तरह हराया। ऐसे में हर किसी की निगाहें गांधी परिवार पर टिकी हैं कि पार्टी की प्रभावी रणनीति के लिए शीर्ष नेतृत्व की ओर से क्या फैसला लिया जाता है।