प्रियंका को लोकसभा नहीं विधानसभा इलेक्शन के लिए हथियार बनाया है राहुल ने

कांग्रेस के कार्यकर्ता और समर्थक प्रियंका गांधी वाड्रा के महासचिव बनने के बाद से उम्मीदों की मशाल जलाए हुए हैं लेकिन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ़ कर दिया कि वो दो महीने में प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया से चमत्कार की उम्मीद नहीं करते हैं।

Update: 2019-02-08 04:08 GMT

नई दिल्ली : कांग्रेस के कार्यकर्ता और समर्थक प्रियंका गांधी वाड्रा के महासचिव बनने के बाद से उम्मीदों की मशाल जलाए हुए हैं लेकिन पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ़ कर दिया कि वो दो महीने में प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया से चमत्कार की उम्मीद नहीं करते हैं।

राहुल ने कहा कि इन दोनों को आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कोई दबाव महसूस नहीं करना चाहिए बल्कि यूपी के अगले विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी का आधार मजबूत करने में जुटना चाहिए।

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आपको बता दें, महासचिव नियुक्त होने के बाद पहली बार प्रियंका कांग्रेस की बैठक में अधिकारिक तौर पर शामिल हुई थीं। इस बैठक में चुनावी रणनीति, गठबंधन और उम्मीदवारों को लेकर बात हुई।

सूत्रों के मुताबिक प्रियंका ने प्रस्ताव दिया की फरवरी के अंत तक पार्टी यूपी में अपने उम्मीदवारों का चयन कर नाम घोषित कर दे। ताकि प्रचार के लिए अधिक समय मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो नेता दो चुनाव लगातार हार चुके हैं उन्हें इसबार मैदान में नहीं उतारना चाहिए बल्कि उन्हें संगठन की जिम्मेदारी दी जाए।

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प्रियंका गांधी ने कहा, मैंने बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को हराने की ठान रखी है। बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को जवाब दिया जाना चाहिए।

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