सावरकर वाले बयान से गठबंधन में दरार, अब अजीत पवार ने कही ये बड़ी बात
राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘भारत बचाओ’ रैली के दौरान सावरकर को लेकर एक विवादास्पद बयान दे डाला। जिसको लेकर अब राजनीतिक गलियारो में घमासान शुरू हो गया है।
मुंबई: राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में ‘भारत बचाओ’ रैली के दौरान सावरकर को लेकर एक विवादास्पद बयान दे डाला। जिसको लेकर अब राजनीतिक गलियारो में घमासान शुरू हो गया है। एक दिन पहले ही राहुल गांधी के इस बयान को लेकर शिवसेना ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा था कि, वो सावरकर को लेकर कोई भी समझौता नहीं करेगी। जारी घमासान के बीच आज एनसीपी के नेता अजीत पवार का इस मुद्दे पर बयान सामने आया है, जिसने गठबंधन में किसी तरह की गांठ पड़ने की संभावनाओं की ओर संकेत दिया है।
यह भी पढ़ें: LIVE INDvsWI 1st ODI: इंडिया को दिया डबल झटका, राहुल-विराट पवेलियन लौटे
अजीत पवार ने कहा...
इस मुद्दे पर जब एनसीपी नेता अजीत पवार से सवाल किया गया कि क्या इससे (सावरकर मुद्दे को लेकर) महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी(कांग्रेस-एनसीपी-शिवसेना) गठबंधन पर कोई असर पड़ेगा। इसका जवाब देते हुए अजीत पवार ने कहा कि, उद्धव जी, सोनिया जी और पवार साहब सुलझे हुए लोग हैं और वे सही फैसला लेंगे।
इससे पहले महाराष्ट्र में शिवसेना ने सहयोगी पार्टी कांग्रेस को लेकर कड़ा रुख दिखाया था। शिवसेना ने कल यानि शनिवार को कहा कि, शिवसेना हिंदू विचारक विनायक दामोदर सावरकर पर अपने रुख के साथ कोई समझौता नहीं करेगी, उन्होंने सावरकर को भगवान जैसा बताया।
यह भी पढ़ें: जिंदगी भर माता-पिता ने किया संघर्ष, बेटा बना सहायक पुलिस अधीक्षक
संजय राउत ने किया ट्वीट
राहुल गांधी के सावरकर को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर शिवसेना संजय राउत ने कहा कि, स्वतंत्रता आंदोलन में हिंदू विचारधारा का भी जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी जैसे एक बड़ा योगदान था। संजय राउत ने ट्वीट करते हुए लिखा उन्होंने कि, हम पंडित नेहरू और महात्मा गांधी का सम्मान करते हैं पर आप सावरकर की अपमान नहीं कर सकते। ,समझने वाले समझ गये है ... जय हिंद!!
राहुल जी के सावरकर के बारे में अपने अलग विचार हैं- भुजबल
वहीं एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने कहा कि, जब बड़ी हस्तियों की बात आती है तो हर कोई हर बात सहमत नहीं होता। राहुल जी के सावरकर के बारे में अपने अलग विचार हैं। उन्होंने कहा कि, सावरकर ने कहा था कि, गाय हमारी माता नहीं हैं, जबकि बीजेपी का कहना है कि यह है। सावरकर की सोच भी 'ज्ञानवादी' थी, लेकिन क्या बीजेपी इसे स्वीकार कर सकती है? वह नहीं कर सकती।
बता दें कि राहुल गांधी ने कल रामलीला मैदान में रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि, मुझे संसद द्वारा माफी मांगने के लिए कहा जा रहा था। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है। मेरा नाम राहुल गांधी है। मैं सच के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा।
यह भी पढ़ें: बनारस में बलात्कारियों के लिए तैयार हुआ एंटी रेप गन, ये है खूबियां