कानपुर: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से गुरुवार को बीजेपी कानपुर नगर इकाई की 51 सदस्यीय टीम उनके आवास पर मुलाकात करेगी। इस मुलाकात के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह के कानपुर से चुनाव लड़ने की अटकले और भी तेज हो गयी है। बीजेपी की 51 सदस्यीय टीम कानपुर के वोटर के मूड से अवगत कराएगी। इसके साथ ही राजनाथ सिंह कानपुर के जातिगत समीकरण को भी समझेंगे। बीजेपी कार्यकर्ताओं की मुलाकात पर कांग्रेस के खेमे में हलचल मची हुई है।
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कानपुर नगर की बीजेपी कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में 51 सदस्यीय टीम बीते मंगलवार को दिल्ली रवाना हुयी थी । जिसमे कानपुर देहात के अकबरपुर लोकसभा से सांसद देवेन्द्र सिंह भोले ,एम्एलसी अरुण पाठक ,जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र मैथानी समेत शहर के सक्रिय कार्यकर्ता शामिल थे।
बुधवार को यह 51 सदस्यीय टीम ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द्र से शिस्टाचार भेट की और दोपहर का भोजन उनके साथ किया। इसके बाद कानपुर से वर्तमान सांसद डॉ मुरली मनोहर जोशी के आवास पर उनसे मुलाकात की। गुरुवार को गृहमंत्री राजनाथ से 51 सदस्यीय टीम विस्तार से चर्चा करेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह किसी भी तरह का शुभ कार्य करने से पहले अपने अध्यात्मिक गुरु द्रष्टा हरिदास से सलाह लेते है। बीते 27 अप्रैल को राजनाथ सिंह हरिहर धाम स्थित आश्रम में गुरु द्रष्टा हरिदास से मिलने आये थे। इसके बाद बीजेपी के कुछ खास लोगों से उन्होंने मुलाकात भी की थी।
उसी दिन से राजनाथ का कानपुर से चुनाव लड़ने की अटकले तेज हो गयी थी। इसके बाद राजनाथ के बेटे पंकज सिंह ने भी इस कानपुर के कई चक्कर लगाये और बीजेपी के वरिष्ट कार्यकर्ताओ से मुलाकात की।
बीजेपी की नजर में कानपुर संसदीय सीट सबसे सुरक्षित सीट है ,इसके पीछे की वजह है कि कानपुर में 10 विधानसभा है जिसमे से 7 सीटो पर बीजेपी का कब्ज़ा है। कानपुर से महापौर भी बीजेपी का और 110 वार्डो में 72 पार्षद बीजेपी के है। जमीनी स्तर पर बीजेपी कानपुर में मजबूत है।
इसके साथ ही कानपुर में सबसे ज्यादा वोटर ब्राह्मण और ठाकुर है। यही वजह है कि राजनाथ सिंह ने भी यहां से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। बीजेपी के रिपोर्ट कार्ड के आधार पर कानपुर से डॉ मुरली मनोहर जोशी का टिकट कटना तय माना जा रहा है।
गुरुवार को 51 सदस्यीय टीम राजनाथ सिंह से मुलाकात करेगी। इस दौरान कानपुर बुंदेलखंड और कानपुर की संसदीय सीट पर विस्तार से चर्चा होगी। कानपुर में चल लोक सभा चुनाव की तैयारियों की जानकारी लेंगे। इसके साथ विपक्षी खेमे की तैयारियो पर भी जानकारी लेंगे। कानपुर सीट पर सपा बसपा गठबंधन का क्या असर पड़ने वाला है यह भी इस मुलाकात का सबसे अहम् बात होगी। इससे कैसे निपटना है इसकी भी चर्चा होनी तय है।