असम NRC पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अमल हुआ तो सुलझेगा मामला : मायावती

Update: 2018-08-01 09:39 GMT

लखनऊ: बसपा सुप्रीमों मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के असम के नागरिकता संबंधी फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि यदि इस फैसले को ईमानदारी से लागू किया गया तो यह मामला काफी हद तक सुलझ सकता है। इससे 40 लाख मुस्लिम व हिन्दुओं को ‘‘घुसपैठिया‘‘ घोषित करने की प्रवृति पर पाबन्दी लगेगी।

ध्यान बांटने वाली कार्रवाई कर रही बीजेपी

असम में 40 लाख से अधिक अल्पसंख्यकों की नागरिकता समाप्त करने की कार्रवाई का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि बीजेपी ध्यान बांटने वाली कार्रवाई कर रही है ताकि चुनाव के समय लोग अपना दुःख-दर्द भूलकर देशभक्ति की भूल-भूलैया में भटक जाएं। वैसे भी प्रमाण-पत्र नहीं होने पर विवाह अवैध और गरीब व अनपढ़ लोगों के पास कोई संतोषजनक सरकारी दस्तावेज नहीं है, तो नागरिकता ही समाप्त, बीजेपी की ऐसी सोच घातक है।

तेल व गैस की बढ़ी कीमत को लेकर केंद्र सरकार पर हमला

मायावती ने पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में बढोत्तरी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पेट्रोल व डीज़ल, घरेलू व कमर्शियल गैस सिलेण्डरों की कीमत में बढ़ोत्तरी कर केन्द्र सरकार अपनी देशभक्ति का नया नमूना पेश कर रही है। घरेलू सिलेण्डर की 35 रूपये व कमर्शियल गैस की कीमत 43 रुपये बढने पर मायावती ने कहा कि ग़रीबों को घरेलू गैस अब 828 रुपये का मिलेगा। यह धन्नासेठों को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।

जातिवादी तत्वों को प्रश्रय देते रहने की वजह से हो रही घटनाएं

बीजेपी महिला विधायक मनीषा अनुरागी के मन्दिर प्रवेश पर उसे गंगाजल से धुलवाने, मंझनपुर में दलित महिला अफसर को पीने के लिए पानी नहीं देने की घटना की निन्दा करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के जातिवादी तत्वों के प्रश्रय देते रहने के कारण ही ऐसी घृणित घटनायें हो रही हैं।

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