शिवसेना ने संजय राउत को दिया झटका, वीर सावरकर के लिए कही थी ऐसी बात

महाराष्ट्र में वीर सावरकर के मुद्दे पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा संजय राउत का बयान निजी है। फिर हमें इतिहास के बजाय वर्तमान के मुद्दों पर बात करने की जरूरत है।

Update:2020-01-18 16:33 IST

मुंबई: महाराष्ट्र में वीर सावरकर के मुद्दे पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा संजय राउत का बयान निजी है। फिर हमें इतिहास के बजाय वर्तमान के मुद्दों पर बात करने की जरूरत है।

शिवसेना नेता संजय राउत के विनायक दामोदर सावरकर को लेकर दिए बयान से शिवसेना ने पल्लाज झाड़ लिया है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे का कहना है कि संजय राउत ने जिक्र किया था कि उन्होंने किस संदर्भ में यह बात की है।

जहां तक शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन की बात है, तो वो बेहद मजबूत है और हम राज्य के विकास के लिए एक साथ आए हैं। हां, कुछ मुद्दों पर हमारे विचार अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन यही तो लोकतंत्र है।

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अंडमान जेल में सिर्फ दो दिन रहकर दिखाएं

बता दें कि महाराष्ट्र में सावरकर के मुद्दे पर शिवसेना और कांग्रेस के बीच लगातार बयानबाजी चल रही है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने इस मुद्दे पर कांग्रेस का नाम लिए बिना फटकार लगाई।

संजय राउत ने कहा कि जो वीर सावरकर का विरोध करते हैं, चाहे वो किसी भी पार्टी के हों, उन्हें अंडमान जेल भेजा जाना चाहिए। ऐसे लोग अंडमान के सेलुलर जेल में सिर्फ दो दिन रहें, तभी वे लोग राष्ट्र निर्माण में वीर सावरकर के त्याग और योगदान को समझ पाएंगे।

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इतिहास नहीं वर्तमान पर बात करें

संजय राउत के बयान पर कांग्रेस ने तो तुरंत कुछ नहीं कहा, लेकिन जिसके दम पर शिवसेना महाराष्ट्र में सत्ता में है उन्हें नाराज करने का हिम्मत शिवसेना ज्यादा देर नहीं उठा सकी। सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे कुछ ही देर में सफाई देने आए।

आदित्य ठाकरे ने कहा कि संजय राउत के बयान से गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, "राउत ने जिस संदर्भ में बयान दिया है, उन्होंने वह साफ कर दिया है ।

शिवसेना-कांग्रेस का गठबंधन मजबूत है और हमलोग राज्य के विकास के लिए साथ आए हैं। " आदित्य ने कहा कि हमलोगों के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन लोकतंत्र इसी का नाम है। इतिहास के बजाय हमलोगों को वर्तमान मुद्दों पर बातचीत करने की जरूरत है।

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