शिवसेना-अयोध्या के संबंध अटूट, मंदिर निर्माण की रुकावटों को हमने दूर किया: राउत
शिवसेना और अयोध्या के संबंध अटूट हैं। यह राजनीतिक संबंध नहीं है। हम राजनीति के लिए अयोध्या नहीं जाते हैं और न ही पूर्व में राजनीति के लिए कभी वहां गए हैं। ये बातें शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही।
मुंबई: शिवसेना और अयोध्या के संबंध अटूट हैं। यह राजनीतिक संबंध नहीं है। हम राजनीति के लिए अयोध्या नहीं जाते हैं और न ही पूर्व में राजनीति के लिए कभी वहां गए हैं।
ये बातें शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही। संजय राउत ने सोमवार को दावा किया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता उनकी पार्टी ने साफ किया और रास्ते की मुख्य रुकावटों को “राजनीति के लिए नहीं” बल्कि आस्था और हिंदुत्व के कारण दूर किया।
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उद्धव ठाकरे सीएम बनने से पहले से अयोध्या जाते रहे हैं: राउत
उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे हमेशा अयोध्या जाते हैं। वह तब भी अयोध्या गए थे जब वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री नहीं थे, वह मुख्यमंत्री बनने के बाद भी वहां गए थे।
राउत ने ये टिप्पणियां उस वक्त कीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या ठाकरे पांच अगस्त को अयोध्या का दौरा करेंगे, जब भव्य राम मंदिर के निर्माण के आरंभ के लिए भूमि पूजन समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी वहां जाने की संभावना है।
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5 अगस्त को पीएम मोदी करेंगे भूमि पूजन
प्रधानमंत्री कार्यालय ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन के कार्यक्रम की तारीख पर अपनी मुहर लगाते हुए इस कार्यक्रम की आखिरी बाधा पार करा दी है। इसी के साथ प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में आने को लेकर उत्पन्न संशय समाप्त हो गया है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने पांच अगस्त को नरेंद्र मोदी के राम की नगरी में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम तय कर दिया है। श्रीराम मंदिर भूमि पूजन के लिए पांच अगस्त की तारीख तय हुई है। देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी इस दिन अयोध्या जाएंगे।
पीएम मोदी 5 अगस्त को सुबह 11 बजे से दोपहर 3:10 बजे तक अयोध्या में रहेंगे। इस दौरान अयोध्या में श्रीराम मंदिर के स्थल पर पांच अगस्त को प्रार्थना और श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन समारोह से संबंधित अन्य अनुष्ठान सुबह 8 बजे शुरू होंगे। यहां पर भूमि पूजन काशी के पुजारी सम्पन्न कराएंगे। भूमि पूजन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ही मंदिर की आधारशिला भी रखेंगे।
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नृत्य गोपाल दास लगभग 40 किलो की चांदी की श्रीराम शिला समर्पित करेंगे
इस कार्यक्रम में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास लगभग 40 किलो की चांदी की श्रीराम शिला समर्पित करेंगे। मोदी इस शिला का पूजन करके इसे स्थापित करेंगे।
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन किया था। ट्रस्ट के आग्रह को स्वीकार करने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने पांच अगस्त का कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया।
यह भी कहा गया है कि पांच अगस्त को नरेंद्र मोदी करीब चार घंटा रामनगरी अयोध्या में रहेंगे। यह भी जानकारी दी गई है कि 5 अगस्त को मोदी श्रीराम मंदिर का भूमि व शिलान्यास करने के साथ ही राम की नगरी में पर्यटन पर भी कार्यक्रम देखेंगे।
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5 अगस्त की तारीख इस लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि गत वर्ष पांच अगस्त को ही कश्मीर से धारा 370 संशोधित कर कुछ उपबंध हटाए गए थे। इस लिए यह तिथि और अहम मानी जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि श्रीराम नाम का मुहूर्त सर्वार्थ सिद्धि का योग का है। इस मुहूर्त में भूमि पूजन से सर्वार्थ की सिद्धि प्राप्त होगी।
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम तय होते ही श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लखनऊ आ गए हैं। चंपत राय योगी आदित्यनाथ से भूमिपूजन की तैयारियों के साथ रामजन्मभूमि के संपूर्ण परिसर की विकास योजनाओं को लेकर मंत्रणा करेंगे।