UP Politics: कांग्रेस ने शुरू की मिशन 2022 की तैयारी, 'बीजेपी गद्दी छोड़ो' का दिया नारा
UP Politics: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सियासी दलों की जोर आजमाइश शुरू हो गई है।
UP Politics: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) से पहले सियासी दलों की जोर आजमाइश शुरू हो गई है। यूपी में प्रदर्शन से लेकर सम्मेलन का सिलसिला शुरू हो गया है। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में अपनी खोई जमीन को वापस पाने के लिए कांग्रेस पार्टी 2022 के चुनाव में नए कलेवर के साथ मैदान में उतरने की योजना बना रही है।
यूपी कांग्रेस की प्रभारी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) योगी सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ती हैं। कांग्रेस पार्टी आज (9 अगस्त) से बीजेपी सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकने जा रही हैं। इसके लिए पार्टी ने नया नारा दिया है 'बीजेपी गद्दी छोड़ो',जिसके तहत सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन करेंगे।
यूपी के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के सामने 2022 के चुनाव में बड़ी चुनौती है। क्योंकि अगर सभी 403 विधानसभा सीटों की बात करें तो उसके पास दमदार प्रत्याशी तक नहीं हैं। यूपी कांग्रेस की कमान संभालने के बाद प्रियंका गांधी इसी पर काम कर रही हैं। कांग्रेस 403 निर्वाचन क्षेत्रों में इस विरोध प्रदर्शन के जरिए खुद को यूपी में खड़ा करना चाहती है। 'बीजेपी गद्दी छोड़ों' का नारा भी इसी समीकरण के तहत है कि एक ओर जहां सरकार को घेरा जाएगा
वहीं पार्टी सूबे में अपनी ताकत भी बढ़ा सके। इस रणनीति के मुताबिक हर क्षेत्र के मुख्य बाजार में पांच किलोमीटर तक कांग्रेस का काफिला जाएगा और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी करेगा।
यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी की साख का सवाल
यूपी चुनाव में प्रियंका गांधी की प्रतिष्ठा भी दांव पर रहेगी। क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपना गढ़ अमेठी भी हार चुकी है। सिर्फ रायबरेली सीट से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ही चुनाव जीतीं थीं। अब 2022 में जब यूपी का चुनाव होने जा रहा है तो पार्टी की कमान पूरी तरह से प्रियंका के हाथों में है।
प्रत्याशी के चयन से लेकर चुनावी रणनीति तक प्रियंका गांधी तैयार कर रही हैं। ऐसें में पार्टी अगर अच्छा प्रदर्शन करती है तो निश्चित तौर पर प्रियंका की सराहना होगी अगर 2014, 2017 और 2019 की तरह पार्टी का प्रदर्शन रहा तो इसकी जवाबदेही भी उनकी होगी और उनकी राष्ट्रीय छवि भी धूमिल होगी।
कांग्रेस का केंद्र के जरिए यूपी सरकार पर निशाना
वैसे जिन मुद्दों पर कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र की मोदी सरकार को घेर रही है, अब उन्हीं मुद्दों के सहारे यूपी में भी राजनीति को धार देने की कोशिश है। प्रियंका गांधी लगातार किसान, महिला सुरक्षा और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उठा रही हैं। ऐसे में अब जब कांग्रेस का ये नया अभियान शुरू होने जा रहा है।
तो इस पर प्रियंका की राजनीतिक छाप साफ देखने को मिल रही है। अब कांग्रेस कार्यकर्ता इसे कितना सफल बना पाते हैं। इस विरोध के जरिए कितने बड़े स्तर पर जनता को एकजुट किया जाता है, ये आने वाले कुछ दिनों में साफ हो जाएगा।