Punjab News: पंजाब में अकाली दल-बसपा में फिर गठबंधन, लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला, मायावती ने किया ऐलान

Punjab News: मायावती और शिरोमणि अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल की आज दिल्ली में हुई बैठक में पंजाब का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला किया गया।

Report :  Anshuman Tiwari
Update:2023-02-02 18:51 IST

Punjab News (Social Media)

Punjab News: मिशन 2024 की तैयारियों में जुटीं बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने पंजाब को लेकर अपने सियासी पत्ते खोल दिए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी बसपा अकाली दल के साथ गठबंधन करके सियासी अखाड़े में उतरेगी। मायावती और शिरोमणि अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल की आज दिल्ली में हुई बैठक में पंजाब का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला किया गया। बसपा मुखिया मायावती ने खुद ट्वीट करके इस फैसले की जानकारी दी है।

पिछले साल दोनों पार्टियों ने एकसाथ लड़ा था चुनाव

पंजाब में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भी दोनों दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा था। हालांकि आम आदमी पार्टी की सुनामी के कारण दोनों सियासी दल अपनी ताकत दिखाने में नाकाम साबित हुए थे। भाजपा के साथ गठबंधन टूटने के बाद अकाली दल ने बसपा के साथ हाथ मिलाकर अपनी सियासी स्थिति को मजबूत बनाने की कोशिश की है। इसी कारण विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी दोनों दलों ने हाथ मिला लिया है।

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दिल्ली में हुई मायावती और सुखबीर की बैठक

बसपा मुखिया मायावती इन दिनों मिशन 2024 की तैयारियों में जुटी हुई हैं। उत्तर प्रदेश में पार्टी की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के साथ ही वे अन्य प्रदेशों में भी पार्टी की चुनावी स्थिति मजबूत बनाने की कोशिश कर रही हैं। इसी सिलसिले में आज राजधानी दिल्ली में मायावती और शिरोमणि अकाली दल के मुखिया सुखबीर सिंह बादल की बैठक हुई।

इस दौरान बादल की पत्नी और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर भी मौजूद थीं। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच पंजाब में चुनावी गठबंधन को लेकर चर्चा हुई। बैठक के बाद मायावती ने पंजाब में अगला लोकसभा चुनाव अकाली दल के साथ गठबंधन में लड़ने का ऐलान किया। उन्होंने इस बाबत ट्वीट करते हुए फैसले की जानकारी दी है।

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पंजाब में भरोसेमंद साबित होगा गठबंधन

इसके साथ ही उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के शीर्ष नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के स्वास्थ्य लाभ की भी कामना की। उन्होंने कहा कि अकाली दल के साथ बसपा के गठबंधन मैं प्रकाश सिंह बादल की बड़ी भूमिका रही है। गठबंधन को उनका आशीर्वाद पूर्व की भांति आगे भी मिलता रहेगा।

उन्होंने कहा कि पंजाब में अकाली दल और बसपा का गठबंधन काफी भरोसेमंद है और यह गठबंधन जनता का समर्थन हासिल करने में कामयाब होगा। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व की मुलाकात में पंजाब में मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया गया है। विधानसभा चुनाव की तरह ही लोकसभा चुनाव के दौरान भी दोनों पार्टियों की एकजुटता को पूरी तरह बरकरार रखा जाएगा।

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पंजाब में 2022 का विधानसभा चुनाव

पंजाब में 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भी बसपा और अकाली दल ने मिलकर चुनाव लड़ा था। हालांकि चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी की ऐसी सुनामी चली कि दोनों दल अपनी ताकत नहीं दिखा सके। बसपा ने राज्य की 20 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था मगर उसे सिर्फ एक सीट पर कामयाबी मिली थी। नवा शहर में बसपा के उम्मीदवार नछत्तर पाल ने जीत हासिल की थी।

दूसरी ओर अकाली दल ने 97 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे मगर पार्टी को सिर्फ 3 सीटों पर ही कामयाबी मिल सकी थी। हालांकि 2022 में बसपा के वोट प्रतिशत में इजाफा हुआ था। 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा को 1.5 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 1.77 फ़ीसदी मत हासिल हुए थे।

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