Navjot Singh Sidhu: कल पटियाला जेल से रिहा होंगे नवजोत सिद्धू, रोडरेज में 1 साल की मिली थी सजा
Navjot Singh Sidhu: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई को लेकर इससे पहले भी कई बार अटकलें लग चुकी हैं। इससे पहले 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर उनकी रिहाई के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन बताया गया कि भगवंत मान सरकार ने जानबूझकर उनकी फाइल राज्यपाल दफ्तर भेजने में देरी की।
Navjot Singh Sidhu: कल पटियाला जेल से रिहा होंगे नवजोत सिद्धू, रोडरेज में 1 साल की मिली थी सजा
पटियाला. पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। रोडरेज केस में पटियाला जेल में सजा काट रहे कांग्रेस नेता तय समय से पूर्व रिहो जाएंगे। उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट के मुताबिक नवजोत कल यानी शऩिवार 1 अप्रैल को जेल से रिहा होंगे।
https://twitter.com/sherryontopp/status/1641709471058788352?cxt=HHwWgIDU7ZqEw8gtAAAA
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई को लेकर इससे पहले भी कई बार अटकलें लग चुकी हैं। इससे पहले 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर उनकी रिहाई के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन बताया गया कि भगवंत मान सरकार ने जानबूझकर उनकी फाइल राज्यपाल दफ्तर भेजने में देरी की।
सिद्धू की पत्नी को है कैंसर
दरअसल, उनकी पत्नी और पूर्व मंत्री नवजोत कौर काफी समय से अपने पति की रिहाई की गुहार लगा रही थीं। नवजोत कौर को स्टेज 2 का कैंसर से पीड़ित हैं। उन्होंने ट्वीट कर अपने पति के लिए लिखा था कि वो (नवजोत सिंह) ऐसे अपराध के लिए जेल में बंद हैं। जो उन्होंने किया ही नहीं। इस मामले में शामिल अन्य सभी को माफ कर दिया है।
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समय से पहले क्यों हो रही है रिहाई ?
देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पुराने रोडरेज के एक मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को 19 मई 2022 को एक साल की सजा सुनाई थी। इसके अगले दिन यानी 20 मई को सिद्धू ने पटियाला कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। उनकी रिहाई 16 मई 2023 को होनी थी। लेकिन जेल में उनके अच्छे आचरण का संज्ञान लेते हुए उन्हें सजा पूरा होने से डेढ़ माह पहले ही रिलीज कर दिया जाएगा। 10 महीने से अधिक समय तक जेल में गुजराने वाले सिद्धू ने एक भी पैरोल नहीं ली थी।
क्या है रोडरेज मामला ?
क्रिकेट की पिच से सियासत की पिच पर एंट्री मारने वाले नवजोत सिंह सिद्धू जिस मामले में सजा काट रहे हैं वो साल 1988 का है। उस साल 27 दिसंबर की शाम पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट पार्किंग में उनका 65 वर्षीय एक बुजुर्ग गुरनाम सिंह से विवाद हो गया। मामला हाथापाई तक पहुंच गई। सिद्धू ने गुरनाम सिंह को घुटना मारकर नीचे गिरा दिया। उसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। घटना के दौरान सिद्धू के दोस्त रूपिंदर सिंह संधू भी साथ थे। बुजुर्ग शख्स की मौत हाईट अटैक से हुई थी। इसलिए दोनों पर गैर-इऱादतन हत्या का केस दर्ज हुआ था।