Sachin-Sara Love Story: सचिन और सारा की ऐसे शुरू हुई थी लव स्टोरी, फारूक अब्दुल्ला की बेटी ने शादी के लिए घर वालों से कर दी थी बगावत
Sachin-Sara Love Story: जिस सारा अब्दुल्ला ने घर से बगावत कर सचिन पायलट से प्रेम किया और दोनों ने 2004 में शादी कर ली। आज वही सारा और सचिन की राहें जुदा हो गई हैं।
Sachin-Sara Love Story: जिस सारा अब्दुल्ला ने घर से बगावत कर सचिन पायलट से प्रेम किया और दोनों ने 2004 में शादी कर ली। आज वही सारा और सचिन की राहें जुदा हो गई हैं। इसका पता भी आज उस समय चला जब कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान के टोंक विधानसभा सीट से नामांकन भरा। नामांकन में दिए गए एफिडेविट में उन्होंने पत्नी के नाम वाले कॉलम के आगे खुद को 'तलाकशुदा' बताया है।
कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अब अपनी पत्नी सारा से अलग हो गए हैं। दोनों के बीच तलाक का खुलासा सचिन के चुनावी एफिडेविट से हुआ है। जनवरी 2004 में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी सारा से सचिन पायलट ने शादी की थी। दरअसल, इसी महीने 25 नवंबर को राजस्थान में विधानसभा के चुनाव होने हैं। मंगलवार को उन्होंने टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन भरा। नामांकन में दिए गए एफिडेविट में उन्होंने पत्नी के नाम वाले कॉलम के आगे खुद को 'तलाकशुदा' बताया है। सचिन और सारा के दो बेटे हैं- आरान और वेहान। सारा और सचिन ने जनवरी 2004 में एक साधारण सामारोह में शादी की थी। शादी में बहुत कम लोगों को आमंत्रित किया गया था। इस शादी का सारा के परिवार यानी अब्दुल्ला परिवार ने बहिष्कार किया था।
दोनों का परिवार राजनीति में सक्रिय रहा है-
सचिन पायलट और सारा दोनों का ही परिवार राजनीति में सक्रिय रहा है। सचिन पायलट दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे हैं। वहीं, सारा जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन हैं। सारा के दादा शेख अब्दुल्ला खुद भी एक लोकप्रिय नेता थे। इस शादी में सचिन का हिंदू और सारा का मुसलमान होना सबसे बड़ा रोड़ा बना था।
लंदन में हुई थी दोनों की मुलाकात-
सचिन पायलट का जन्म यूपी के सहारनपुर में हुआ। उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज से स्कूलिंग और ग्रैजुएशन करने के बाद यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्निसल्वानिया के वार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए करने के लिए विदेश चले गए थे। वहीं सारा 1990 तक अपने परिवार के साथ कश्मीर में रहीं। उसके बाद फारूक अब्दुल्ला ने घाटी में चल रहे तनाव की वजह से सारा को मां के साथ लंदन भेज दिया और यहीं पर सारा और सचिन की पहली मुलाकात हुई थी। सचिन और सारा के पिता दोनों दोस्त थे और एक-दूसरे के परिवार से अच्छी तरह परिचित थे।
हालांकि, दोनों परिवार के सदस्य एक-दूसरे से अब तक नहीं मिले थे। एमबीए करने के दौरान ही सचिन पायलट की सारा से दोस्ती हुई थी। समय के साथ-साथ दोनों की दोस्ती गहरी होती चली गई और फिर यही दोस्ती प्यार में बदल गई। फिर क्या था सारा ने सचिन को अपनी मां से मिलवाया। सारा के पैरेंट्स को सचिन शुरू से ही पसंद थे। सारा के परिवार को इनकी दोस्ती से कोई ऐतराज नहीं था। हालांकि दोनों को एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिताने का मौका नहीं मिला। कुछ महीनों के अंदर ही सचिन ने अपना कोर्स खत्म किया और भारत लौट आए जबकि सारा इंग्लैंड में ही रहीं। दोनों एक-दूसरे से ईमेल्स और फोन कॉल्स के जरिए बात करते थे।
अब्दुल्ला परिवार ने शादी का किया था बहिष्कार-
सचिन पायलट एक गुर्जर परिवार से आते हैं जबकि सारा एक रूढ़िवादी मुस्लिम परिवार से आती थीं। दोनों को यह अच्छी तरह पता था कि शादी के लिए परिवारों की रजामंदी मिलना इतना आसान नहीं है। सचिन ने आखिरकार अपनी मां रमा पायलट को सारा के बारे में बता दिया। सचिन की मां ने इस रिश्ते को मानने से इनकार कर दिया था। सचिन का पूरा परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था।
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वहीं, सारा के पिता ने इस रिश्ते को कुबूल करने से साफ मना कर दिया था। जब सचिन और सारा का रिश्ता सार्वजिनक हुआ था तो फारूख अब्दुल्ला के खिलाफ घाटी में कैंपेन चले थे। यहां तक कि उनकी पार्टी के ही कुछ विधायक इस रिश्ते के खिलाफ हो गए थे।
दोनों ने साल 2004 में की थी शादी-
दोनों के परिवार जब सचिन और सारा की बात नहीं माने तो सचिन और सारा ने कुछ महीनों तक सब कुछ शांत होने का इंतजार किया, लेकिन जल्द ही उन्हें यह एहसास हो गया कि महीनों-सालों बाद भी हालात नहीं बदलेंगे। विरोध-प्रदर्शन अब भी जारी थे। फारूक अब्दुल्ला के पास भी अपने पार्टी विधायकों की जिद के सामने आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था।
जब महीनों-सालों तक इंतजार के बाद भी हालात नहीं बदले तो सारा और सचिन ने जनवरी 2004 में एक समारोह में शादी कर ली। शादी में बहुत कम लोगों को आमंत्रित किया गया था। अब्दुल्ला परिवार ने शादी का बहिष्कार किया था। और इस तरह सारा अब्दुल्ला बाद में सारा पायलट बन गईं।
बाद में एक हुए थे दोनों परिवार-
वहीं समय गुजरने के साथ-साथ फारूक अब्दुल्ला की नाराजगी भी दूर हो गई और बाप-बेटी अतीत की कड़वी यादें भुलाते हुए फिर से एक साथ आ गए थे। सचिन पायलट भी शादी के कुछ महीनों बाद ही राजनीति में आ गए थे। लेकिन जिस सचिन और सारा ने घर वालों के राजी नहीं होने के बावजूद भी शादी कर ली थी आज वे ही सचिन और सारा की राहें अलग हो गई हैं। इस बात का पता उस समय चला जब सचिन ने टोंक से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए हलफनामा दिया। जिसमें उन्होंने अपने आपको तलाकशुदा बताया।