यहां होता है खोये लगेज का बड़ा धंधा

खोये हुये लगेज का दुनिया में सबसे बड़ा बिजनेस अमेरिका में है। अगर अमेरिका में किसी एयर लाइंस में आपका लगेज खो गया है तो पूरी संभावना है कि वह अलाबामा राज्य के एक छोटे से शहर स्कॉट्सबोरो में स्थित कंपनी ‘अनक्लेम्ड बैगेज’ के स्टोर में पहुँच गया होगा।

Update:2020-07-13 13:52 IST

लखनऊ। दुनिया भर में एयरलाइंस हर साल हवाई अड्डों पर 4.3 अरब बैग चेक करती हैं। इनमें से 2.5 करोड़ बैग खो जाते हैं या किसी अन्य गंतव्य पर पहुँच जाते हैं। किसी भी लावारिस बैग को 90 दिन के भीतर बेच दिया जाता है। ये दुनिया भर की एयर लाइंस का स्टैंडर्ड प्रोसीजर है। भारत में 2015 के आंकड़े के मुताबिक 100 करोड़ से ज्यादा का लगेज देश के अलग अलग 55 हवाई अड्डों में रखा हुआ था। भारत में एयर लाइंस लावारिस लगेज की नीलामी करके उनसे छुटकारा पाती हैं। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल जो हवाई अड्डों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है, उसके अनुसार यात्रियों द्वारा लगेज भूल जाने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।

खोये हुये लगेज का दुनिया में सबसे बड़ा बिजनेस अमेरिका में है। अगर अमेरिका में किसी एयर लाइंस में आपका लगेज खो गया है तो पूरी संभावना है कि वह अलाबामा राज्य के एक छोटे से शहर स्कॉट्सबोरो में स्थित कंपनी ‘अनक्लेम्ड बैगेज’ के स्टोर में पहुँच गया होगा।

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‘अनक्लेम्ड बैगेज’

अमेरिका जैसे देश में खोये हुये लगेज की एकमात्र कंपनी है ‘अनक्लेम्ड बैगेज’। देश लाख की आबादी वाले शहर में इस कंपनी का गोदाम 40 हजार वर्ग फुट में फैला हुआ है जो बताता है कि इस कंपनी का बिजनेस कितना विशाल है। इस गोदाम में खोये लगेज के भीतर रखे सामानों का खजाना रखा हुआ है जिसमें मोबाइल फोन, कैमरे से ले कर कपड़े और प्राचीन बेशकीमती वस्तुएं शामिल हैं।

50 साल का सफर

‘अनक्लेम्ड बैगेज’ का सफर 50 सफर पहले शुरू हुआ था। स्कॉट्सबोरो में जन्मे और पले-बढ़े ह्यूगो डोयल ओवेंस सेना में रह चुके थे और कोरियन युद्ध के बाद रिटायर हो कर अपने जन्मस्थान को लौट आए थे। 39 वर्षीय ह्यूगो एक बीमा कंपनी के लिए बीमा बेचने का काम करके गुजारा कर रहे थे। ये बात है 1970 की। ह्यूगो को कुछ नया करने की तलाश थी तभी उनको पता चला कि वाशिंगटन डीसी में एक बस कंपनी अपने पास जमा लावारिस लगेज को ठिकाने लगाना चाहती है। उन दिनों लावारिस लगेज या तो फेंक दिये जाते थे या कबाड़ी की दुकानों को नीलाम कर दिये जाते थे।

ह्यूगो को लगा कि वे बंद सूटकेसों के भीतर काम की चीजें पा सकते हैं सो उन्होने अपने ससुर से 300 डालर उधार लिए और बस कंपनी से पूरा माल खरीद लिया। अपने शहर की सीमा पर ह्यूगो ने अपनी दुकान सजाई और दरवाजे पर साइनबोर्ड टांग दिया जिसपर लिखा था - ‘अनक्लेम्ड बैगेज।’ लावारिस लगेज से सामान निकाला कर ह्यूगो ने उनको मेजों पर सजा दिया। इस काम में उनके मदगार थे उनकी पत्नी और दो बेटे। ह्यूगो ने अपनी दुकान के बारे में एक लोकल अखबार में छोटा सा विज्ञापन भी दे दिया। 24 घंटे के भीतर सब आइटम बिक चुके थे। ह्यूगो को बढ़िया मुनाफा भी हुआ।

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छोड़ दी नौकरी

पहले ही दांव में मुनाफा कमाने के बाद ह्यूगो ने फिर यही प्रक्रिया दोहराई। उनकी दुकान में लोगों की भीड़ रहने लगी। चूंकि ह्यूगो इस काम में काफी व्यस्त रहते थे सो बीमा कंपनी के उनके बॉस ने चेतावनी दी की या तो तुम बीमा पॉलिसी बेचो या लगेज बेचो। ह्यूगो ने लगेज बेचना चुना और नौकरी छोड़ कर लगेज बेचने के काम में फुलटाइम लग गए। 1978 आते आते ह्यूगो ने तीन बड़ी एयर लाइंस के साथ लगेज खरीदने का करार कर लिया। जल्द ही वह हर महीने लगेज के तीन हजार पीस खरीद रहे थे। अबतक ह्यूगो के साथ 6 लोगों का स्टाफ काम कर रहा था।

ह्यूगो के अनुसार, उनको ये पता नहीं होता था कि सूटकेसों में क्या है। ये एक जुए की तरह था। बढ़िया सामान मिल गया तो मुनाफा नहीं तो घाटा। धीरे धीरे ह्यूगो का बिजनेस फैलता गया। इस क्रम में उसने बड़ी बड़ी एयर लाइंस, होटेल्स और कार्गो कैरियर कंपनियों के साथ एक्सक्लूसिव और पूरी तरह गोपनीय करार किए। 2016 में ह्यूगो का निधन हो गया लेकिन तब तक वह बहुत मशहूर हो चुके थे और उनका ‘अनक्लेम्ड बैगेज’ स्टोर इंटरनेशनल टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका था। इस स्टोर में हर साल दुनिया भर से दस लाख से ज्यादा पर्यटक पहुँचते हैं। पूरी दुनिया में ये अपनी तरह का एकलौता स्टोर - गोदाम है।

इकलौता स्टोर

1995 से ‘अनक्लेम्ड बैगेज’ का कामकाज ह्यूगो के बेटे ब्रायन देख रहे हैं। अब ये स्टोर 50 हजार वर्ग फुट मैं फैला हुआ है। कोविड-19 के संकट से पहले यहाँ रोजाना सात हजार यूनिक आइटम आते थे। इस स्टोर की अपनी लौंड्री भी जहां 70 हजार कपड़े हर महीने धोये जाते हैं। ये अलाबामा राज्य की सबसे बड़ी लौंड्री है। पिछले साल दुनिया भर से दस लाख से ज्यादा ग्राहक इस स्टोर में आए।

नई तकनीक

लगेज को ट्रैक करने के लिए अब एयरलाइंस ने रेडियो फ्रीक्वेंसी चिप्स और सेंट्रल मॉनिटरिंग सिस्टम में भारी निवेश किया है। असल में एयर लाइंस को खोये लगेज के मामले में काफी खर्चा करना पड़ता है। एक अनुमान है कि इस काम में हर साल एयर लाइनों का 2.1 अरब डालर खर्चा हो जाता है। ऐसा इसलिए कि कानूनन एयर लाइंस किसी भी यात्री का लगेज खो जाने पर मुआवजा देने के लिए बाध्य हैं। अमेरिका में डोमेस्टिक उड़ानों के लिए ये मुआवजा 3500 डालर तक तथा इंटरनेशनल उड़ानों के लिए 1780 डालर तक देना होता है। एयर लाइनें लावारिस या खोया लगेज बेच कर थोड़ी बहुत क्षतिपूर्ति कर लेती हैं।

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कैसे होती हैं छँटाई

कंपनी के पास जब लगेज आता है तो सबसे पहले उसे खोल कर छ्ंटाई की जाती है। इस काम में लगे 150 से ज्यादा कर्मचारी सभी सामानों को तीन कटेगरी में बाँट देते हैं। ये है – दोबारा बिक्री, दान, रीसाइकिल या फेंक देना। कपड़े और आभूषण साफ किए जाते है। इलेक्ट्रानिक आइटम्स से निजी डेटा पूरी तरह हटा दिया जाता है। जो आइटम बिक्री योग्य होते हैं उनका मूल्यांकन एक्स्पर्ट्स द्वारा कराया जाता है। वैसे तो हर लगेज की हवाई अड्डे पर स्क्रीनिंग होती है लेकिन कभी कभार कुछ समान मानवीय चूकों के कारण निकाल जाते है।

ऐसे में यदि किसी लगेज में ड्रग्स, हथियार या नकदी जैसा कोई गैरकानूनी सामान पाया गया तो उसे तत्काल स्थानीय अधिकारियों के हवाले कर दिया जाता है। यदि सेक्स ट्वाय या पोर्नोग्राफी जैसा आइटम मिलता है तो उसे जब्त कर लिया जाता है। छ्ंटाई के बाद लगेज में मिले सामानों में से एक तिहाई आइटम बिक्री के लिए स्टोर में पहुँचते हैं। इनकी कीमत मूल कीमत से 20 से 80 फीसदी तक कम होती है। एक तिहाई आइटम चैरिटेबल संस्थाओं को दान में दे दिये जाते हैं। एक अनुमान है कि सूटकेसों में मिले 60 फीसदी आइटम कपड़े या साज सज्जा के आइटम होते हैं।

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कैसे कैसे आइटम

- एक सूटकेस में 1500 साल पुरानी मिस्री पुरातन वस्तुएं मिलीं।

- अमेरिकी नौसेना का एफ-16 गाइडेंस सिस्टम मिला।

- नासा से अन्तरिक्ष शटल प्रोग्राम में प्रयोग होने वाला एक निकॉन एफ कैमरा मिला।

- एक डफल बैग में जिंदा रेटल साँप पाया गया।

- एक सूटकेस में भालू की खाल मिली।

- 64 हजार डालर की प्लेटिनम की रोलेक्स घड़ी पायी गई।

- 5.8 कैरट की एक हीरे की अंगूठी मिली जिसकी कीमत 46 हजार डालर थी।

- 25 हजार डालर कीमत का 4.095 कैरेट का पुखराज एक सूटकेस में मिला।

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