आतंकियों का नया ठिकाना
आतंकियों की ताबड़तोड़ हो रही गिरफ्तारी से इन दिनों पंजाब फिर चर्चा में है। पिछले कुछ दिनों की पुलिस कार्रवाई पर नजर डालें तो पंजाब पुलिस ने कई ऐसे आतंकियों को पठानकोट, अमृतसर और तरनतारन से गिरफ्तार किया है जिनके संबंध लश्कर और खालिस्तानी आतंकी संगठनों से हैं।
दुर्गेश पार्थसारथी
अमृतसर : आतंकियों की ताबड़तोड़ हो रही गिरफ्तारी से इन दिनों पंजाब फिर चर्चा में है। पिछले कुछ दिनों की पुलिस कार्रवाई पर नजर डालें तो पंजाब पुलिस ने कई ऐसे आतंकियों को पठानकोट, अमृतसर और तरनतारन से गिरफ्तार किया है जिनके संबंध लश्कर और खालिस्तानी आतंकी संगठनों से हैं।
गत 11 जून को हथियारों की खेप लेकर कश्मीर के शोपियाँ जा रहे लश्कर के दो आतंकियों को पठानकोट पुलिस ने गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार और ग्रेनेड बरामद किए। यह हथियार ट्रक में फलों की पेटियों के नीचे छिपा कर ले जाया जा रहा था। पुलिस जांच में एक बात जो निकल कर सामने आई वह वाकई हैरान कर देने वाली थी। शोपियां जिले के रहने वाले इन दोनों आतंकियों ने बताया कि एक 47, हैंड ग्रेनेड और मैगजीन जो लश्कर के आतंकियों तक पहुंचाया जाना था वह इन्होंने अमृतसर के मकबूलपुरा - बल्लाह रोड पर दो अज्ञात लोगों से लिए थे। यही नहीं, ये कई बार हवाला की रकम भी अमृतसर से जम्मू कश्मीर लेकर जा चुके थे। बता दें कि सितंबर 2019 में भी कठुआ पुलिस ने दो आतंकियों को लखनपुर चेकपोस्ट के गिरफ्तार कर एक 47 और मैगजीन बरामद की थी। वो आतंकी भी ट्रक में लोड फलों के नीचे हथियार छिपा कर ला रहे थे और इन आतंकियों को भी अमृतसर में ही हथियार मुहैया करवाया गया था। यही नहीं, पकड़े गए आतंकियों ने यह भी बताया था कि वह पहले भी आमिर हिजबुल और लश्कर के दो आतंकियों सद्दाम और जसिम अहमद को पंजाब से कश्मीर घाटी ले जा चुका है।
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आतंकियों की नजर पंजाब पर
कश्मीर घाटी को छोड़ लश्कर के आतंकियों की नजर पंजाब पर इसलिए है क्योंकि खालिस्तान समर्थकों को पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानी आतंकियों और पाकिस्तान का समर्थन मिल रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान समर्थित लश्कर के आतंकी अब पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों के साथ गठजोड़ कर एक बार फिर से पंजाब में आतंक को हवा देना चाह रहे हैं।
आतंकियों के इस गठजोड़ में ड्रग्स का भी योगदान है। पंजाब के सीमावर्ती जिले पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का में पाकिस्तान नशे से लेकर हथियारों की सप्लाई भी करता रहता है। भारतीय सीमा सुरक्षा बल ने इस तरह की तस्करी कोई कई मर्तबा पकड़ा है। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता भी इस बात को मानने लगे हैं कि पाकिस्तान के आतंकियों ने पंजाब में अपना नेटवर्क बना लिया है।
पठानकोट से हुई दूसरी गिरफ्तारी
पंजाब पुलिस को आतंकियों को गिरफ्तार करने में एक और सफलता मिली है। इस बार पठानकोट पुलिस ने पहले पकड़े गए आतंकियों के दूसरे साथी को भी गिरफ्तार कर लिया। यह संदिग्ध भी ट्रक से हथियारों की खेप ले जाने आया था। ये हथियार उसे अमृतसर में बल्लाह से ही मिलने वाले थे। बताया जा रहा है कि यह आतंकी 2012 में जम्मू-कश्मीर में होमगार्ड था और नौकरी छोड़ आतंकियों का सप्लायर बन गया। आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर कुछ संगिदग्धों को हिरासत में लिया है। पकड़े गए संदिग्धों में तीन कुख्यात तस्कर और खालिस्तान समर्थक बताए जा रहे हैं। ये तीनों अमृतसर के सीमावर्ती गांव अजनाला और खेमकरण सेक्टर के बताए जा रहे हैं।
हमले की थी तैयारी
एक सप्ताह के भीतर ही पंजाब पुलिस के हाथ तीसरी बड़ी सफलता लगी। पुलिस ने 19 जून को अमृतसर से खालिस्तान समर्थक दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। गुरमीत और बिक्रम नमक इन दो लोगों के पास से जर्मन मेड एक सब मशीन गन, एक नौ एमएम की पिस्टल, चार मैगजीन और दो मोबाइल फोन बरामद हुए। पुलिस के मुताबकि ये आतंकी पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर पंजाब में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाले थे। डीजीपी दिनकर गुप्ता के मुताबिक अमृतसर के गंडा सिंह कॉलोनी निवासी आतंकी गुरमीत सिंह अपने आकाओं से मिलने पाकिस्तान भी जा चुका है। अब पुलिस ने गुरमीत को पाकिस्तान भेजने वाले की तलाश कर रही है।
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कब-कब पकड़े गए आतंकी
*दो जून 2017 को सीआईए स्टाफा ने नवांशहर और होशियारपुर जिले के गढ़शंकर से चार आतंकियों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार में बरामद किए।
*25 नवंबर 2018 को पठानकोट पुलिस ने रेलवे स्टेशन से 6 लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया। यह सभी लोग अजमेर जाने के लिए जम्मू से पूजा एक्सप्रेस में सवार हुए थे। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इन लोगों ने दिल्ली सहित अन्य स्थानों पर हमले की साजिश रची थी।
* 28 अक्टूबर 2018 को फिरोजपुर में बीएसएफ के जवानों ने बार्डर आउटपोस्ट दो संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिकों को पकड़ा था। इनके पास पाकिस्तानी सेना का पहचान पत्र, चार फोटोग्राफ, फोन पाकिस्तानी करेंसी और अन्य सामान बरामद हुए थे।
*21 नवंबर 2018 को पंजाब पुलिस ने एक आतंकी को गिरफ्तार किया जिसका संबंध खालिस्तान समर्थक आतंकियों से था। 18 नवंबर 18 को अमृतसर के सत्संग घर में हुए बम विस्फोट में कई लोग जख्मी हो गए थे।
*11 सितंबर 2019 को पुलिस ने तीन आतंकियों को पंजाब-जम्मू बॉर्डर के लखनपुर चेकपोस्ट से गिरफ्तार किया। ये आतंकी एक ट्रक में एके-47 लेकर कश्मीर घाटी की ओर जा रहे थे।
*तीन अक्टूबर 2019 को पंजाब पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर केजेडएफ के एक आतंकी मॉड्यूल के खुलासे का दावा किया था। ये सभी तरनतारन में ड्रोन से हथियार गिराए जाने के मामले में आरोपी थे। इनको पाकिस्तान और जर्मनी स्थित समूहों का समर्थन हासिल था। पुलिस ने इन आतंकवादियों के पास से पांच एके-47 राइफल, चार चीन निर्मित पिस्तौल, नौ हथगोले, पांच सेटेलाइट फोन, दो मोबाइल फोन, दो वायरलैस सेट और 10 लाख रुपये मूल्य के जाली नोट बरामद किये थे।
*11 नवंबर 2019 को पांजाब पुलिस ने गुरदासपुर एक महिला सहित दो खालिस्तान समर्थक आतंकियों को गिरफ्तार किया। ये महिला लुधियाना के एक अस्पताल में नर्स बन कर काम कर रही थी।
* 11 जून 2020 को पठानकोट पुलिस ने लश्कर के दो आतंकियों को गिरफ्तार कर एक 47, दो मैगजीन और दस हैंड ग्रेनेड और 60 कारतूस बरामद किए। ये आतंकी ट्रक में फलों की पेटियों के नीचे अमृतसर से हथियार छिपाकर शोपिया जा रहे थे।
*13 जून 2020 को पठानकोट पुलिस ने एक और आतंकी को गिरफ्तार किया। यह आतंकी भी पहले पकड़े गए आतंकियों का तीसरा साथी था जिसे अमृतसर से हथियारों की खेप ले जानी थी।
*19 जून 2020 को अमृतसर पुलिस ने दो खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार कर एक मशीनगन, पिस्टल और अन्य हथियार बरामद किए। ये आतंकी पंजाब में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।