IND vs WI Mukesh Kumar: टीम इंडिया के लिए खेलेगा ऑटो ड्राइवर का बेटा! मुकेश कुमार की कहानी सुन पसीज जाएगा दिल
IND vs WI Mukesh Kumar: टीम इंडिया में कई ऐसे गुदड़ी के लाल भी खेल चुके हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय टीम का सफर कड़ी मेहनत के बूते तय किया हैं। आज हम एक और ऐसे ही खिलाड़ी की कहानी आपको बताएंगे जिसको जानकर आपका दिल पसीज जाएगा।
IND vs WI Mukesh Kumar: टीम इंडिया में कई ऐसे गुदड़ी के लाल भी खेल चुके हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय टीम का सफर कड़ी मेहनत के बूते तय किया हैं। आज हम एक और ऐसे ही खिलाड़ी की कहानी आपको बताएंगे जिसको जानकर आपका दिल पसीज जाएगा। टीम इंडिया के लिए खेलने का हर क्रिकेटर का सपना होता हैं। लेकिन कुछ ही ऐसे किस्मत वाले होते हैं जिनकी मेहनत के आगे किस्मत को भी झुकना पड़ता हैं। चलिए आज हम आपको बातएंगे बिहार के लाल मुकेश कुमार के बारे में...
टीम इंडिया के खेलेगा ऑटो ड्राइवर का बेटा!
भारतीय टीम अगले महीने वेस्टइंडीज़ दौरे पर जायेगी। इसको लेकर इस महीने के अंत में टीम इंडिया का एलान किया जायेगा। इसमें बिहार के तेज़ गेंदबाज़ मुकेश कुमार को भी शामिल किया जा सकता हैं।
मुकेश कुमार बेहद ही साधारण परिवार से आते हैं। इनके पिता परिवार का भरण-पोषण करने के लिए ऑटो चलाते थे। लेकिन अब इनका बेटा देश के लिए खेलेगा। वेस्टइंडीज दौरे पर शमी-सिराज को आराम दिया जा सकता हैं। उनकी जगह टीम इंडिया में मुकेश कुमार को जगह मिलनी तय मानी जा रही हैं।
दिल्ली कैपिटल्स ने 5.50 करोड़ रुपये में खरीदा:
घरेलू क्रिकेट में अपनी रफ़्तार से बड़े-बड़े खिलाड़ियों को घुटने टेकने पर मजबूर कर देने वाले मुकेश कुमार की किस्मत आईपीएल में बदल गई। इस तेज़ गेंदबाज़ ने शायद ही सपने में सोचा होगा कि आईपीएल ऑक्शन में उन्हें 5 करोड़ रूपये से ज्यादा में ख़रीदा जाएगा। मुकेश इस नीलामी में 20 लाख की बेस प्राइस के साथ उतरे थे, लेकिन उन्हें दिल्ली कैपिटल्स ने 5.50 करोड़ रुपये की राशि देकर अपने साथ जोड़ लिया।
प्राइवेट क्लबों के लिए खेलते थे मुकेश:
बता दें मुकेश के पिता कोलकाता में ऑटो चलाते थे। इससे उनके परिवार का पालन पोषण भी अच्छे से नहीं हो पाता था। इसके साथ ही मुकेश कुमार ने अपने सपने को पूरा करने के लिए कोलकाता आने का निश्चय किया। उन्होंने कोलकाता में काफी समय तक क्रिकेट को बारीकी से समझा। इसके अलावा वो पैसे कमाने के लिए प्राइवेट क्लबों के लिए खेलते थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें इससे 500 रूपये तक मिलते थे। उनकी ये कहानी हर किसी को भावुक कर देती हैं।
सेना में जाने के लिए की कोशिश:
बता दें मुकेश कुमार ने क्रिकेट के साथ-साथ परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए सेना में जाने के लिए भी काफी तैयारी की। लेकिन वो इसमें तीन बार फेल हो गए। जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट में ही अपना भविष्य देखा। उनके पिता ने उनका पूरा सपोर्ट किया। पिछले साल उनके पिता का बीमारी से निधन हो गया।