'कैप्टन कूल' ने ऐसे बदली IND. क्रिकेट की तस्वीर, इन कामों में भी आजमा चुके हैं हाथ
15 अगस्त 2020 यानि की आज का दिन खेल के लिहाज से इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के धुरंधर खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया है।
नई दिल्ली: 15 अगस्त 2020 यानि की आज का दिन खेल के लिहाज से इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के धुरंधर खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास ले लिया है।
उन्होंने इस फैसले के लिए स्वतंत्रता दिवस का दिन चुना और खुद इस बात की जानकारी ट्वीट के माध्यम से अपने फैन्स को दी।
धोनी ने बताया कि अब वे अंतराष्ट्रीय मैच नहीं खेलेंगे। ये खबर सामने आने के बाद फैंस काफी निराश हो गए हैं। बता दें दें कि इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में ही भारत ने वर्ल्ड कप जीता था।
तीनों बड़ी ट्रॉफी जीतने का रिकार्ड धोनी के नाम
धोनी के नाम आईसीसी (आईसीसी) की तीनों बड़ी ट्रॉफी है। जिनमें 2007 का वर्ल्ड टी-20, 2011 का वर्ल्ड कप (विश्व कप) और 2013 का आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी सम्मिलित है। टीम इंडिया को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर पहुंचाने का श्रेय भी धोनी को ही जाता है।
क्रिकेट के आलावा इन कामों में आजमा चुके हैं हाथ
धोनी को क्रिकेट खेलने के अलावा आर्मी से प्यार से है। वह अक्सर कुछ न कुछ ऐसा करते रहते हैं जिससे उनका आर्मी से प्यार दिखाई देता है। चाहे इंडियन आर्मी का ड्रेस हो या फिर उनकी गाड़ियों में भारतीय सेना का लोगो। ये सब उनका भरतीय सेना से प्यार को दर्शाते हैं।
बता दे जी धोनी को लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से भी नवाजा गया है और बीते दिनों धोनी खेती करते हुए भी दिखाई दिए थे। इसीलिए ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि धोनी पहले ऐसे शख्स हैं जो क्रिकेटर के अलावा कर्नल और किसान भी है। धोनी हर जिम्मेदारियों को भलीभांति निभा रहे हैं।
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कई दिग्गज खिलाड़ियों को भेज चुके हैं पवेलियन
महेंद्र सिंह धोनी तीसरे सबसे सफल विकेटकीपर है, उनके नाम पर ही सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने का भी रिकॉर्ड है। उन्होंने अभी तक कुल 178 स्टंपिंग्स की है। जबकि टी-20 में धोनी सबसे सफल विकेटकीपर है, जहां उनके नाम 82 शिकार है।
उन्होंने अपने 500 मैच में 780 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है। इसमें सबसे पहले नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर हैं और दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट हैं। जिन्होंने 998 और 905 खिलाड़ियों को वापस भेजा है।
पाकिस्तान के खिलाफ किया था शतक का आगाज
महेंद्र सिंह धोनी पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके नाम लगातार दो बार आईसीसी वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड है। उन्होंने अपना पहला वनडे और टेस्ट शतक पाकिस्तान के खिलाफ पूरा किया था, तब उन्होंने 148 रनों की शानदार पारी खेली थी। धोनी ने वनडे मुकाबलों में अभी तक कुल 217 छक्के मारे हैं। धोनी इस लिस्ट में चौथे स्थान पर हैं। कप्तान के तौर पर भी धोनी ने सबसे ज्याद छक्के लगाए हैं।
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धोनी के नाम पर बन चुकी है फिल्म
एम एस धोनी 'द अनटोल्ड स्टोरी' नाम से महेंद्र सिंह धोनी पर बायोपिक बन चुकी है, जिसमें मुख्य किरदार सुशांत सिंह राजपूत ने निभाया था। शूटिंग के लिए सभी कलाकार कई दिनों तक रांची में ही रहे थे।
कप्तान धोनी की उपलब्धियां
1 क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011)
1 टी-20 वर्ल्ड कप (2007)
1 चैम्पियंस ट्रॉफी (2013)
3 आईपीएल खिताब (2010, 2011, 2018)
2 चैम्पियंस लीग टी-20 खिताब (2010, 2014)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन
10,773 वनडे रन, विकेट के पीछे 444 शिकार
4,876 टेस्ट रन, विकेट के पीछे 294 शिकार
1,617 टी-20 इंटरनेशनल रन, विकेट के पीछे 91 शिकार
वनडे इंटरनेशनल में प्रदर्शन
महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए 350 वनडे मैचों में 50।57 की औसत से 10773 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक और 73 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 183 रन रहा। वनडे में धोनी के नाम 1 विकेट है और उनका बेस्ट प्रदर्शन 14 रन देकर 1 विकेट रहा है।
टेस्ट मैचों में प्रदर्शन
महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए 90 टेस्ट मैचों में 38।09 की औसत से 4876 रन बनाए हैं, जिसमें 6 शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 224 रन रहा।
टी-20 इंटरनेशनल में प्रदर्शन
महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए 98 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 37।60 की औसत से 1617 रन बनाए हैं, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 56 रन रहा।
आईपीएल में प्रदर्शन
महेंद्र सिंह धोनी ने 190 आईपीएल मैचों में 42।21 की औसत से 4432 रन बनाए हैं, जिसमें 23 अर्धशतक शामिल हैं। इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 84 रन रहा।
यहां जानें कैसा रहा इंटरनेशनल क्रिकेट सफर
बताते चले कि महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टीम की कैप्टनशिप साल 2008 में संभाली थी। जिस वक्त ये जिम्मेदारी उन्होंने संभाली थी उस समय उनके पास कई चुनौतियां थीं। जैसे की युवाओं को मौका देना और भविष्य के लिए टीम का निर्माण करना। धोनी ने उन सभी चुनौतियों का सामना करते हुए भारतीय टीम को कई ऐतिहासिक पल दिए। भारत ने धोनी की कप्तानी में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बनने का सपना साकार होते देखा।
भारत में जहां क्रिकेटरों को शीर्ष स्तर तक पहुंचने में जीवन लगा देना होता है, वहीं धोनी की प्रतिभा कुछ अलग ही थी। जूनियर क्रिकेट से बिहार क्रिकेट टीम, झारखंड क्रिकेट टीम से इंडिया ए टीम तक और वहां से भारतीय टीम तक का उनका सफर महज 5-6 साल में पूरा हो गया।
उन्होंने 1998 में जूनियर क्रिकेट की शुरुआत की थी और 23 दिसंबर 2004 में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच के जरिए अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज कर दिया।
2014 में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा की थी
धोनी बांग्लादेश के खिलाफ अपनी पहली सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन अगली सीरीज में पाकिस्तान के खिलाफ अपने पांचवें वनडे मैच में विशाखापत्तनम में 123 गेंदों पर 148 रनों की पारी खेलकर इस खिलाड़ी ने सबकी जुबां पर एक सवाल छोड़ दिया, 'वो लंबे बालों वाला लड़का, धोनी कौन है?'
उनकी कप्तानी में भारत आईसीसी वर्ल्ड टी-20 (2007), क्रिकेट वर्ल्ड कप (2011) और आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी (2013) का जीत चुका है। इतना ही नहीं भारत 2009 में पहली बार टेस्ट में नंबर एक बना था।
दिसंबर 2014 में धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास की घोषणा कर दी थी। धोनी ने साल 2017 की शुरुआत में ही वनडे और टी20 कप्तानी को भी उसी अंदाज में अलविदा कहा, जिसके लिए वो जाने जाते हैं।
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